नई दिल्ली। सिक्किम क्रांतिकारी मोर्चा (एसकेएम) के अध्यक्ष प्रेम सिंह तमांग ने लगातार दूसरी बार राज्य के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली. पालजोर स्टेडियम में आयोजित इस कार्यक्रम में राज्यपाल लक्ष्मण प्रसाद आचार्य ने तमांग को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई. बता दें कि दो जून को एसकेएम की बैठक के दौरान प्रेम सिंह को सर्वसम्मति से विधायक दल का नेता चुना गया था.
तमांग के मुख्यमंत्री बनने पर PM मोदी ने बधाई दी
सोमवार को सिक्किम के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेने पर प्रेम सिंह तमांग को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बधाई दी. उन्होंने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट कर कहा, सिक्किम के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेने पर प्रेम सिंह तमांग को बधाई. उनके सफल कार्यकाल की कामना करता हूं और सिक्किम की प्रगति के लिए उनके साथ मिलकर काम करने को उत्सुक हूं.
तमांग ने दो सीटों पर लड़ा था चुनाव
मालूम हो कि इसी साल अप्रैल के महीने में सिक्किम में विधानसभा चुनाव हुए थे, जिसके नतीजे 2 जून को घोषित किए गए. प्रेम सिंह तमांग के नेतृत्व वाली एसकेएम ने राज्य में 32 में से 31 सीटों पर प्रचंड जीत हासिल की.
जानकारी के अनुसार, इस विधानसभा चुनाव में तमांग ने जिन दो सीटों से उन्होंने चुनाव लड़ा, वहां उन्हें जीत हासिल हुई. सोरेंग-चाकुंग और रेनॉक सीटों पर जीत दर्ज करने के बाद उन्होंने एक बार फिर से ये साबित कर दिया है कि जनता के बीच उनकी मजबूत पकड़ है.
कब हुआ था सिक्किम क्रांतिकारी मोर्चा का गठन?
शायद ही आपको इस बात का पता हो कि साल. 2013 में एसडीएफ से प्रेम सिंह तमांग के इस्तीफे के बाद राज्य में सिक्किम क्रांतिकारी मोर्चा (एसकेएम) नाम से नई पार्टी अस्तित्व में आई. तमांग ने पार्टी का गठन किया और फिर 2014 के विधानसभा चुनाव में ताल ठोक दी. इस दौरान एसकेएम ने राज्य की 32 में से 10 सीटों पर जीत दर्ज की और फिर 43 प्रतिशत मतदान प्रतिशत के साथ राज्य में एसकेएम के लिए अच्छी शुरुआत थी.