नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव के लिए तीसरे चरण का मतदान संपन्न होने के बाद एक बार फिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) अपनी जनसभाओं और रैलियों में व्यस्त हो गए हैं. हाली हमें अपनी एक जनसभा को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने राहुल गांधी (Rahul Gandhi) पर निशाना साधा. इस बार पीएम मोदी हैरानी जगाई कि राहुल गांधी, जो संसद में अंबानी और अडानी (Ambani-Adani) के नाम पर केंद्र सरकार को घेरते थे, वो अपनी रैलियों में इन बिजनेस टायकून्स का नाम नहीं ले रहे हैं. पीएम मोदी ने पूछा कि राहुल गांधी ने लोकसभा चुनाव के बीच अंबानी और अडानी का नाम लेना क्यों छोड़ दिया? हालांकि अब राहुल गांधी ने पीएम मोदी की टिप्पणी पर चुप्पी तोड़ी और प्रधानमंत्री को उद्योगपतियों के खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) या केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) से जांच शुरू करने की चुनौती दी.
राहुल गांधी ने अपने बयान में कहा, ‘आमतौर पर आप (मोदी) बंद कमरे में अंबानी-अडानी का नाम लेते हैं. आपने पहली बार सार्वजनिक रूप से उनका नाम लिया. आप भी जानते हैं कि अडानी-अंबानी टेंपो में पैसा भेजते हैं? एक काम करो, उनके पास सीबीआई, ईडी भेजो. पूरी जांच कराओ, घबराओ मत.’ इससे पहले बुधवार को कांग्रेस पार्टी की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी ने भी पीएम मोदी की टिप्पणी पर रिएक्शन देते हिए कहा था कि उनके भाई (राहुल) उनके (अंबानी-अडानी) बारे में रोज बोलते हैं. रायबरेली में एक चुनावी रैली में, प्रियंका गांधी वाड्रा ने मोदी सरकार पर आरोप लगाया कि जब उत्तर प्रदेश में किसान आत्महत्या के कारण मर रहे थे, उस समन पीएम ने अरबपतियों के 16 लाख करोड़ रुपये का कर्ज माफ कर दिया था.
पीएम मोदी ने 8 मई को तेलंगाना में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए पूछा, ‘जब से चुनाव की घोषणा हुई है, इन लोगों (कांग्रेस) ने अंबानी-अडानी को गाली देना बंद कर दिया है. मैं तेलंगाना की धरती से पूछना चाहता हूं कि शहजादा ऐलान करें कि अंबानी-अडानी से कितना उठाया है? क्या कांग्रेस के पास टेम्पो लोड नोट (पैसे) पहुंच गए हैं? ऐसा कौन सा समझौता हो गया है कि अंबानी-अडानी को गाली देना रातोरात बंद हो गया?’ पीएम ने आगे कहा, ‘जरूर कुछ गड़बड़ है. पांच साल तक उन्होंने अडानी-अंबानी को गाली दी और अचानक रातोंरात उनका नाम लेना बंद कर दिया. इसका मतलब है कि आपको ‘चोरी का माल’ (लूट) का कुछ टेम्पो लोड मिला है. आपको देश को जवाब देना होगा.’