नई दिल्ली। महिला पहलवान विनेश फोगाट के मुद्दे को लेकर देश में सियासी हलचल तेज हो गई है। विपक्षी नेताओं ने विनेश फोगाट को राज्यसभा में भेजे जाने की मांग उठाई है। हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने गुरुवार को कहा कि यदि हरियाणा विधानसभा में कांग्रेस के पास संख्याबल होता, तो वह पहलवान विनेश फोगाट को राज्यसभा के लिए मनोनीत करते।
भूपेंद्र सिंह हुड्डा का बयान
भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा, “जल्द ही राज्यसभा चुनाव होने वाले हैं। यदि हमारे पास बहुमत होता, तो हम उन्हें प्रेरित करने के लिए नामांकित करते। उन्होंने हम सभी को गौरवान्वित किया है।” उनके बेटे और लोकसभा सदस्य दीपेंद्र हुड्डा ने भी कहा कि अब जब हरियाणा की एक राज्यसभा सीट रिक्त है, विनेश फोगाट को राज्यसभा भेजा जाना चाहिए। दीपेंद्र ने कहा, “वह हारी नहीं, जीती हैं। उन्होंने लोगों का दिल जीता है और वह युवाओं के लिए प्रेरणास्रोत हैं।”
विनेश फोगाट का संन्यास
विनेश फोगाट ने गुरुवार को अपने अंतरराष्ट्रीय कुश्ती करियर को अलविदा कहते हुए कहा कि उन्हें इसे जारी रखने की ताकत नहीं है। पेरिस ओलंपिक में 50 किलोग्राम वर्ग की प्रतिस्पर्धा के फाइनल मुकाबले से पहले 100 ग्राम अधिक वजन के कारण अयोग्य करार दिए जाने के बाद उन्होंने संन्यास की घोषणा की। फोगाट ने इस दौरान अपने समर्थकों से माफी भी मांगी।
महावीर फोगाट की प्रतिक्रिया
विनेश फोगाट के ताऊ महावीर फोगाट ने भूपेंद्र सिंह हुड्डा के बयान पर पलटवार किया और इसे राजनीतिक स्टंट करार दिया। महावीर फोगाट ने कहा, “भूपेंद्र हुड्डा ने कहा कि अगर उनका बस चलता तो वे विनेश को राज्यसभा भेजते। जब उनकी सरकार थी तो उन्होंने गीता फोगाट को क्यों नहीं भेजा?” गीता फोगाट महावीर फोगाट की बेटी हैं, जिन्होंने कई रिकॉर्ड स्थापित किए हैं।
महावीर फोगाट ने सवाल उठाते हुए कहा कि कई रिकॉर्ड स्थापित करने के बावजूद गीता फोगाट को भूपेंद्र सिंह हुड्डा के मुख्यमंत्री रहते हुए राज्यसभा के लिए क्यों नहीं मनोनीत किया गया।
इस प्रकार, विनेश फोगाट के राज्यसभा मनोनयन की मांग और उसके खिलाफ की गई राजनीतिक टिप्पणियां सियासी गलियारों में गर्मा-गर्म बहस का विषय बन गई हैं।