नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को 41,000 करोड़ रुपये से ज्यादा की लगभग 2,000 रेलवे बुनियादी ढांचा परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया. इस दौरान उन्होंने कुछ परियोजनाओं को राष्ट्र को समर्पित भी किया। पीएम मोदी ने कहा कि आज रेलवे से जुड़ी 2,000 से ज्यादा परियोजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन किया गया है। इस सरकार का तीसरा कार्यकाल जून से शुरू होने जा रहा है, लेकिन जिस पैमाने और गति से काम शुरू किया गया है वह आश्चर्यजनक है।
बता दें कि, वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से ‘प्रधानमंत्री अमृत भारत स्टेशन योजना’ के तहत 553 रेलवे स्टेशनों के पुनर्विकास का शिलान्यास किया. 27 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों में स्थित इन स्टेशनों का 19,000 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से पुनर्विकास किया जाएगा। PMO के मुताबिक ये स्टेशन शहर के दोनों किनारों को एक साथ मिलाते हुए ‘शहर के केंद्र’ के रूप में कार्य करेंगे. इन स्टेशनों पर सुंदर भूदृश्य, इंटर मॉडल कनेक्टिविटी, बच्चों के खेलने का क्षेत्र, कियोस्क, फूड कोर्ट समेत आधुनिक यात्री सुविधाएं उपलब्ध होगी।
इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि दशकों तक रेलवे को हमारे यहां की स्वार्थ भरी राजनीति का शिकार होना पड़ा, लेकिन अब भारतीय रेलवे देशवासियों की यात्रा में आसानी कर रही है। जिस रेलवे के हमेशा घाटे में रहने का रोना रोया जाता था, आज वह रेलवे परिवर्तन के सबसे बड़े दौर से गुजर रही है।
उन्होंने कहा, ‘मोदी जब विकसित भारत की बात करता है तो इसके सूत्रधार और सबसे बड़े लाभार्थी देश के युवा ही हैं। आज की इन परियोजनाओं से देश के लाखों युवाओं को रोजगार और स्वरोजगार के अवसर मिलेंगे. ‘विकसित भारत’ युवाओं के सपने का भारत है इसलिए विकसित भारत कैसा होगा यह तय करने का हक उन्हीं को है.’
मोदी ने कहा, ‘नदी-नहर में पानी चाहे कितना भी हो अगर मेढ़ टूटी हो तो किसान के खेत तक बहुत कम पानी पहुंचेगा, इसी तरह बजट चाहे कितना भी हो, अगर घोटाले होते रहे तो जमीन पर उसका असर नहीं दिखेगा। बीते 10 वर्षों में हमने बड़े-बड़े घोटालों, सरकारी पैसे की लूट को बचाया है।’
उन्होंने कहा, ‘आज रेलवे से जुड़ी 2000 से अधिक परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास हुआ है। अभी तो इस सरकार के तीसरे कार्यकाल की शुरूआत जून से होने वाली है, अभी से जिस स्केल पर काम हो रहा है वह सबको हैरत में डालने वाला है।’
बीते 10 वर्षों में नई रेलवे लाइन बिछाने की गति दोगुनी हो गई है। जम्मू-कश्मीर से लेकर नॉर्थ-ईस्ट तक… ऐसे स्थानों पर भी भारतीय रेल पहुंच रही है, जहां लोगों ने कल्पना तक नहीं की थी।