नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव के अंतिम चरण के लिए चुनाव अभियान गुरूवार शाम को खत्म हुआ। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पंजाब के होशियारपुर में एक रैली के साथ अपने चुनावी अभियान का समापन किया। इसके साथ ही उन्होंने निर्वाचन आयोग द्वारा 16 मार्च को चुनाव कार्यक्रम की घोषणा किए जाने के बाद से अब तक कुल 206 जनसभाएं और रोड शो किए।
बता दें कि प्रधानमंत्री मोदी ने इससे पहले 2019 के चुनावों के दौरान 68 दिन में लगभग 145 रैलियां और रोड शो किया था। लेकिन इस बार पीएम ने इससे ज्यादा चुनाव प्रचार किया और जनसभाओं को संबोधित किया। इस बार चुनाव प्रचार के 76 दिनों का था। निर्वाचन आयोग ने जब चुनावों की घोषणा की थी तो पीएम मोदी दक्षिण भारत के राजनीतिक दौरे पर थे। इस दौरान उन्होंने 15 मार्च से 17 मार्च के बीच तीन दिनों में दक्षिण भारत के सभी पांच राज्यों में चुनाव प्रचार किया था।
प्रधानमंत्री मोदी ने इस चुनाव में कुल 80 मीडिया साक्षात्कार भी दिए। मतदान शुरू होने के बाद से औसतन उन्होंने प्रतिदिन एक से अधिक साक्षात्कार दिए हैं। मोदी बृहस्पतिवार शाम से एक जून तक ध्यान लगाने के लिए कन्याकुमारी में रहेंगे। इस दौरान वह स्वामी विवेकानंद से जुड़े स्थल पर ध्यान करेंगे।
प्रधानमंत्री मोदी के इस बार चुनाव प्रचार का जनता पर कितना असर रहा यह 4 जून को चुनाव परिणाम घोषित होंने के बाद पता चलेगा। लेकिन करीब 73 साल की उम्र में मोदी ने जितनी सभाएं की और जो दूरी तय की ऐसा शायद ही किसी नेता ने अब तक किया होगा। इस दौरान पीएम मोदी द्वारा दिए गए भाषणों के लिए आलोचकों ने उनकी आलोचना भी की तो भाजपा के उत्साही समर्थकों का जोश भी बढ़ा।
जबिक इस दौरान अमित शाह ने 115 रैलियां और 18 रोड शो किए और जेपी नड्डा ने 87 रैलियां की।