नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने सोमवार (26 अगस्त) को यूक्रेन और बांग्लादेश की स्थिति सहित क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर फोन पर चर्चा की। इस बातचीत के दौरान दोनों नेताओं ने क्वाड सहित बहुपक्षीय सहयोग को मजबूत करने का वादा किया। भारतीय पक्ष के अनुसार, यह फोन कॉल बाइडेन की ओर से किया गया था, जिसमें उन्होंने मोदी को 23 अगस्त को यूक्रेन की अपनी यात्रा के बारे में जानकारी दी और शांति और स्थिरता की शीघ्र बहाली के लिए भारत के पूर्ण समर्थन को दोहराया।
बाइडेन से पहली बातचीत, कीव यात्रा की जानकारी
उपराष्ट्रपति कमला हैरिस के पक्ष में अमेरिकी राष्ट्रपति पद की दौड़ से बाहर होने के बाइडेन के फैसले के बाद यह दोनों नेताओं के बीच पहली बातचीत थी। कीव की अपनी लंबी यात्रा के बाद यह किसी विश्व नेता के साथ मोदी की पहली बातचीत थी, जहां उन्होंने यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर जेलेंस्की से संघर्ष को समाप्त करने के लिए रूस के साथ बातचीत करने का आग्रह किया था।
बांग्लादेश की स्थिति पर साझा चिंता
मोदी ने बाइडेन को कीव यात्रा के बारे में विस्तार से बताया और बातचीत तथा कूटनीति के पक्ष में भारत की निरंतर स्थिति को दोहराते हुए शांति और स्थिरता की शीघ्र वापसी के लिए पूर्ण समर्थन व्यक्त किया। दोनों नेताओं ने बांग्लादेश की स्थिति पर भी साझा चिंता व्यक्त की और कानून-व्यवस्था की बहाली तथा अल्पसंख्यकों, विशेष रूप से हिंदुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने पर जोर दिया।
हिंदुओं और अल्पसंख्यकों पर हमले का मुद्दा उठा
भारतीय पक्ष ने 5 अगस्त को शेख हसीना शासन के पतन के बाद बांग्लादेश में हिंदुओं और अन्य अल्पसंख्यकों पर हमलों का मुद्दा उठाया है। बांग्लादेशी पक्ष ने आश्वासन दिया है कि वह सभी नागरिकों के अधिकारों की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध है, और भारतीय मीडिया में अल्पसंख्यकों और हिंदुओं पर हमलों की रिपोर्टिंग को अतिरंजित बताया है।