नई दिल्ली: तिरुपति मंदिर के प्रसाद में जानवरों की चर्बी मिलाए जाने के दावे पर कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने शुक्रवार को बयान दिया। खेड़ा ने कहा कि अगर यह आरोप सच हैं, तो इसकी निष्पक्ष जांच होनी चाहिए और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए। उन्होंने इस मामले को ‘ध्रुवीकरण की साजिश’ से जुड़े होने की भी आशंका जताई।
पवन खेड़ा ने एक्स पर लिखा, “अगर तिरुपति मंदिर में भगवान को चढ़ाए जाने वाले प्रसाद में जानवरों की चर्बी के उपयोग के दावे गलत साबित होते हैं, तो श्रद्धालु और भक्तगण इसे कभी माफ नहीं करेंगे। इस तरह भक्तों की आस्था से खिलवाड़ किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जा सकता।”
कांग्रेस नेता ने भाजपा पर भी निशाना साधते हुए कहा, “चुनावी मौसम के दौरान भाजपा ध्रुवीकरण की साजिश के सिद्धांतों को हवा देने में माहिर है।”
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड (NDDB) के तहत सेंटर फॉर एनालिसिस एंड लर्निंग इन लाइवस्टॉक एंड फूड लैब की एक रिपोर्ट में दावा किया गया है कि तिरुपति मंदिर में भगवान को चढ़ाए जाने वाले प्रसाद में जानवरों की चर्बी और फिश ऑयल का उपयोग किया गया। बताया गया है कि प्रसाद में जिस घी का उपयोग किया जाता है, उसमें ये सामग्री मिलाई गई थी।
यह खुलासा सामने आने के बाद देशभर में इस पर नई बहस शुरू हो गई है, और श्रद्धालुओं में इस मुद्दे को लेकर नाराजगी देखी जा रही है।