नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज वन रैंक वन पेंशन (ओआरओपी) योजना के दस वर्ष पूरे होने पर इसे हमारे सैनिकों और पूर्व-सैनिकों के साहस और बलिदान के प्रति एक श्रद्धांजलि बताया। उन्होंने कहा कि ओआरओपी को लागू करना एक लंबे समय से चली आ रही मांग को पूरा करने और हमारे नायकों के प्रति देश की कृतज्ञता को दर्शाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम था।
मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म ‘एक्स’ पर लिखा:
“आज ही के दिन, #OneRankOnePension (ओआरओपी) लागू किया गया था। यह हमारे उन सैनिकों और पूर्व-सैनिकों के साहस और बलिदान के प्रति एक श्रद्धांजलि है, जो हमारे राष्ट्र की रक्षा के लिए अपना जीवन समर्पित करते हैं। ओआरओपी को लागू करने का निर्णय हमारे नायकों के प्रति देश की कृतज्ञता की पुष्टि करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम था।”
प्रधानमंत्री ने कहा कि पिछले एक दशक में लाखों पेंशनभोगी और उनके परिवार ओआरओपी से लाभान्वित हुए हैं। उन्होंने कहा, “यह पहल सशस्त्र बलों के कल्याण के प्रति सरकार की प्रतिबद्धता का प्रतिनिधित्व करती है। हम हमेशा अपने सशस्त्र बलों को मजबूत करने और उनकी भलाई के लिए हरसंभव प्रयास करेंगे।”
On this day, #OneRankOnePension (OROP) was implemented. This was a tribute to the courage and sacrifices of our veterans and ex-service personnel who dedicate their lives to protecting our nation. The decision to implement OROP was a significant step towards addressing this…
— Narendra Modi (@narendramodi) November 7, 2024
प्रधानमंत्री के अनुसार, सरकार सशस्त्र बलों की मजबूती और सेवा करने वालों के कल्याण को सर्वोच्च प्राथमिकता देती है।