नई दिल्ली। सोशल मीडिया पर फैलाए गए केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के कथित फर्जी वीडियो को लेकर पीएम मोदी ने विपक्ष पर निशाना साधा है. दिल्ली पुलिस ने इस वीडियो के सिलसिले में तेलंगाना के मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता रेवंत रेड्डी को एक मई को जांच में शामिल होने को कहा है. इसके अलावा असम पुलिस ने इस मामले में रीतोम सिंह नाम के एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है.
महाराष्ट्र के सतारा में सोमवार को एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा, ’21वीं सदी प्रौद्योगिकी संचालित है, मैंने हमेशा इसका समर्थन किया है, लेकिन जो लोग भाजपा, एनडीए से मुद्दों, कार्यों के आधार पर आमने-सामने लड़ाई नहीं लड़ पा रहे हैं वे अब सोशल मीडिया पर फेक वीडियो फैला रहे हैं.’
‘पीएम मोदी ने कहा, ‘हमारी पार्टी के अलग-अलग नेताओं की आवाज में फेक वीडियो फैला कर आग लगाने की कोशिश कर रहे हैं. इन फेक वीडियो से हमारे समाज को बचाना हमारा धर्म है. मैं चुनाव आयोग से इन लोगों के खिलाफ कठोर कार्रवाई करने का अनुरोध करता हूं.’
कथित फर्जी वीडियो में, तेलंगाना में धार्मिक आधार पर मुसलमानों के लिए आरक्षण समाप्त करने की प्रतिबद्धता जताने का संकेत देने संबंधी अमित शाह के बयान को तोड़-मरोड़कर इस तरह दिखाया गया है जैसे कि वह हर तरह का आरक्षण समाप्त करने की वकालत कर रहे हों.
पीएम ने जनसभा में कहा, ‘2013 में जब बीजेपी ने मुझे प्रधानमंत्री उम्मीदवार घोषित किया, तब मैं रायगढ़ के किले पर चला गया. मैं छत्रपति शिवाजी महाराज की समाधि स्थल पर ध्यानस्थ होकर बैठा था. उस समय छत्रपति शिवाजी महाराज की समाधि स्थल से मुझे जो ऊर्जा, प्रेरणा और आशीर्वाद मिला, उसी के बदौलत मैं बीते 10 वर्षों से आपके लिए जीने का प्रयास करता हूं.’
उन्होंने कहा, ‘आज भी विश्व में जब भी नौसेना की चर्चा होती है तो छत्रपति शिवाजी महाराज का नाम लिया जाता है, लेकिन इतने सालों तक आजाद भारत के नौसेना के झंडे में अंग्रेजों का निशान था. एनडीए सरकार ने, मोदी ने उस निशान को हटाया और उसमें छत्रपति शिवाजी महाराज के प्रतीक को स्थान दिया.’