विपक्ष ने केंद्र सरकार पर साधा निशाना, रेल मंत्री को बताया ‘रील मिनिस्टर’

झारखंड: मंगलवार सुबह झारखंड के सरायकेला-खरसावां जिले में एक बड़ी रेल दुर्घटना घटित हुई। मुंबई-हावड़ा मेल के 18 डिब्बे पटरी से उतर गए, जिससे दो लोगों की मौत हो गई और 20 अन्य लोग घायल हो गए। इस दुर्घटना के बाद विपक्ष ने भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार की कड़ी आलोचना की है।

तृणमूल कांग्रेस की प्रतिक्रिया
तृणमूल कांग्रेस ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की सरकार में अब रेल दुर्घटनाएं एक सामान्य बात हो गई हैं। पार्टी ने रेल मंत्रालय पर जवाबदेही की कमी का आरोप लगाया। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने पीड़ित परिवारों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की और सरकार से हाल की रेल दुर्घटनाओं की जिम्मेदारी लेने तथा भविष्य में ऐसी दुर्घटनाओं को रोकने के लिए ठोस उपाय लागू करने का आग्रह किया।

उन्होंने एक्स पर पोस्ट किया:
“एक और भयावह रेल दुर्घटना। झारखंड के चक्रधरपुर डिवीजन में आज सुबह हावड़ा-मुंबई मेल पटरी से उतर गई, कई मौतें और बड़ी संख्या में लोग घायल हुए। मैं गंभीरता से पूछती हूं कि क्या यही शासन है? लगभग हर हफ्ते हादसे हो रहे हैं। हम इसे कब तक बर्दाश्त करेंगे?”

विपक्षी नेताओं की टिप्पणियाँ
तृणमूल सांसद सुष्मिता देव ने कहा:

“यह सामान्य बात होती जा रही है। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव जी की जवाबदेही शून्य है। भारत सरकार के पास कोई जवाब नहीं है।”

पार्टी की एक अन्य सांसद सागरिका घोष ने सवाल किया कि केंद्र और कितनी रेल दुर्घटनाओं के बाद नींद से जागेगा।

शिवसेना का हमला
शिवसेना (यूबीटी) सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा:
“कई मौतों और आज तक कोई जवाबदेही नहीं होने के कारण, मुझे लगता है कि इसका भी कोई असर नहीं होगा। मुआवजे की घोषणा करें, जांच का वादा करें और फिर किसी अन्य पीआर इंस्टाग्राम रील पर चले जाएं।”

उन्होंने रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव को “रील मिनिस्टर” कहते हुए ट्रेनों में भीड़भाड़ की आलोचना की:

“लोग शौचालयों में यात्रा कर रहे हैं लेकिन सरकार को शर्म नहीं आती।”

कांग्रेस का कटाक्ष
कांग्रेस ने भी केंद्र सरकार पर निशाना साधा और आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नए भारत में कोई जवाबदेही तय नहीं होती, किसी का इस्तीफा नहीं होता और सिर्फ बड़ी-बड़ी बातें की जाती हैं, जिनका कोई मतलब नहीं होता।

पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने कहा:
“एक के एक बाद रेल हादसों के बावजूद रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव की ‘पीआर मशीन’ जारी है। अकेले जून और जुलाई 2024 में ‘असफल मंत्री’ के तहत तीन दुर्घटनाएं हुई हैं, जिनमें कुल मिलाकर 17 भारतीय नागरिकों की जान चली गई और 100 लोग घायल हो गए।”

उन्होंने एक्स पर पोस्ट किया:
“एक और रेल दुर्घटना, लेकिन फेल मंत्री की पीआर मशीन जारी है।”

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