इन दोनों कार्यालयों से जिले की सीमाओं और हाईवे पर संचालित यातायात की मॉनीटरिंग की जाएगी। दूसरी तरफ परिवहन विभाग भी जिले में दौड़ रहे वाहनों की गति की मापन की तैयारी कर रहा है। तेज रफ्तार पर नियंत्रण के लिए स्पीड मीटर लगाने के लिए विभगीय स्तर पर कार्ययोजना बनानी जा रही है। वाहनों पर रिकार्डिंग कैमरा से छोटी-बड़ी दुर्घटना के कारणों की पूरी जानकारी मिल सकेगी। रैंतोली में हुए टेंपो-ट्रैवलर हादसे के बाद प्रशासन इस दिशा में भी सोच रहा है कि, जिले में आने वाले निजी व सरकारी यात्री व पर्यटक वाहनों पर रिकार्डिंग कैमरा अनिवार्य रूप से स्थापित किया जाए।