नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को बिहार के दरभंगा में कांग्रेस नेता राहुल गांधी और राजद नेता तेजस्वी यादव के नाम लिए बिना जोरदार निशाना साधते हुए कहा कि दिल्ली में जिस तरह एक शहजादे हैं, उसी तरह पटना में भी एक शहजादे हैं. दोनों के रिपोर्ट कार्ड एक ही जैसे हैं. एक शहजादा पूरे देश को तो दूसरा पूरे बिहार को अपनी जागीर समझता है.
दरभंगा के राज मैदान में भाजपा प्रत्याशी गोपाल जी ठाकुर के पक्ष में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने धर्म के आधार पर आरक्षण के मामले पर कांग्रेस और राजद को घेरा. उन्होंने कहा कि लंबी चर्चा के बाद हमारा संविधान बना. बाबा साहेब आंबेडकर, राजेंद्र प्रसाद जैसे बड़े-बड़े विद्वान ने धर्म के आधार पर आरक्षण पर लंबी चर्चा की. 77 साल पहले उन्होंने तय किया कि धर्म के आधार पर आरक्षण नहीं दे सकते. देश को फिर से नहीं बांट सकते. बाबा साहेब ने इसके खिलाफ खुलेआम वकालत की. पंडित नेहरू ने भी धर्म के आधार पर आरक्षण का विरोध किया था.
उन्होंने कहा कि आज जब गरीब, एससी, एसटी, ओबीसी का कांग्रेस से मोह भंग हो गया है, तब कांग्रेस दलित, आदिवासी और ओबीसी कोटे को कम कर धर्म के आधार पर मुस्लिमों को आरक्षण देने में लगी हुई है. इस साजिश में राजद भी कंधे से कंधा मिलाकर चल रही है.
प्रधानमंत्री ने आगे लालू प्रसाद पर निशाना साधते हुए कहा कि बिहार के शहजादे के पिता ने आरक्षण में से कोटा निकालकर मुस्लिमों को देने की मांग की थी. उन्होंने कहा कि वे जब रेल मंत्री थे तब रेलवे में मुसलमानों को कोटा देने की मांग की थी.
पीएम मोदी ने साफ कहा कि ये एससी, एसटी, ओबीसी का हक छीनकर मुस्लिमों को देना चाहते हैं. ये डाका डालने की फिराक में हैं.
इस दौरान हालांकि उन्होंने लोगों को भरोसा देते हुए कहा कि जब तक मोदी जिंदा है, तब तक एससी, एसटी, ओबीसी के आरक्षण से कोई खिलवाड़ नहीं कर सकता.
उन्होंने साफ तौर पर कहा कि राजद का इतिहास सामाजिक न्याय का मुखौटा लगाकर तुष्टिकरण करना रहा है. उन्होंने गोधरा कांड की चर्चा करते हुए कहा कि उस समय भी पटना के शहजादे के पिता ने रेल मंत्री रहते दोषियों को बचाने की कोशिश की थी.
पीएम मोदी ने कोरोना काल की भी चर्चा की, और कहा कि बिहार के लोगों के साथ इंडी गठबंधन वालों ने गलत किया था. महाराष्ट्र समेत जिन राज्यों में इंडी गठबंधन की सरकार थी, वहां से बिहार के लोगों को भगा दिया गया. बिहार के लोगों को बसों में बैठाकर बीच रास्ते में छोड़ दिया गया. उन्होंने लोगों से इस चुनाव में ऐसे लोगों से बदला लेने की अपील की.
मोदी ने मिथिला के लोगों को अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए भी बधाई दी और कहा कि हमें बिहार को लालटेन के दौर में वापस नहीं जाने देना है. उन्होंने विरासत टैक्स को लेकर भी कांग्रेस को घेरा और कहा कि दिल्ली वाले शहजादे एक नई बात लेकर आए हैं. हमारे परिवार में मां-बाप अपने बच्चों के लिए कुछ न कुछ बचाते हैं. यह कांग्रेस ऐसा कानून बनाना चाहती है कि आपके मां-बाप की संपत्ति आपको नहीं मिल पाएगी आधा कांग्रेस की सरकार छीन लेगी. विरासत पर भी टैक्स लगाने की योजना बना रही है.