डीयू में अध्यक्ष और उपाध्यक्ष के दफ्तर में तोड़फोड़, प्रभु राम की मूर्ति भी तोड़ी, NSUI पर आरोप

नई दिल्ली। दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ के अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) के कार्यालय में रविवार को तोड़फोड़ की गई. एबीवीपी ने इसका आरोप नेशनल स्टूडेंट्स यूनियन ऑफ इंडिया (एनएसयूआई) पर लगाया है. संगठन ने विश्वविद्यालय के उपाध्यक्ष पद से एनएसयूआई के अभि दहिया को हटाने की मांग की है.

एबीवीपी के सदस्यों ने एनएसयूआई पर आरोप लगाया कि दिल्ली विश्वविद्यालय के नार्थ कैंपस स्थित उसके कार्यालय पर हमला किया. 14 जुलाई सुबह तकरीबन तीन से चार बजे के बीच एनएसयूआई के डूसू उपाध्यक्ष अभि दहिया, यश‌ नांदल, रौनक खत्री, सिद्धार्थ शेयोरन सहित लगभग 40 लोगों ने कार्यालय पर हमला किया साथ ही तोड़फोड़ की.

इस दौरान डूसू अध्यक्ष तुषार डेढ़ा, डूसू सचिव अपराजिता व डूसू सह-सचिव सचिन बैसला के कार्यालय विजिटर रूम में तोड़फोड़ की गई. हमले में डूसू अध्यक्ष के कार्यालय में रखी प्रभु श्रीराम की मूर्ति भी टूट गई. हमले के दौरान विजिटर कक्ष में छात्रों के लिए रखा गया वाटर डिस्पेंसर और प्रिंटर आदि भी तोड़ दिए गए.

हमलावरों ने डूसू उपाध्यक्ष के कमरे में बैठकर पी शराब
एबीवीपी ने गार्ड के हवाले से बताया कि तोड़फोड़ से पहले हमलावरों ने डूसू कार्यालय परिसर में पीछे की तरफ स्थित डूसू उपाध्यक्ष के कमरे में बैठकर शराब पी थी. दिल्ली विश्वविद्यालय छात्रसंघ के अध्यक्ष तुषार डेढ़ा, सचिव अपराजिता व सह-सचिव सचिन बैसला ने कहा- कि वे लोग एनएसयूआई के नापाक इरादों को सफल नहीं होने देंगे. उन्होंने कहा कि दिल्ली विश्वविद्यालय तथा दिल्ली विश्वविद्यालय छात्रसंघ की गरिमा के साथ किसी भी प्रकार का खिलवाड़ सहन नहीं किया जाएगा.

डूसू उपाध्यक्ष की गिरफ्तारी की मांग
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के नेताओं ने कहा, कि वे इस घटना की कड़ी निंदा करते हैं. उन्होंने कहा दिल्ली विश्वविद्यालय प्रशासन व दिल्ली पुलिस से आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग करते हैं. दिल्ली पुलिस ने घटना के समय मौजूद सुरक्षा गार्ड की शिकायत पर एफआईआर दर्ज कर ली है. वहीं एबीवीपी की तरफ से मांग की गई है कि मामले में शामिल डूसू उपाध्यक्ष अभि दहिया व अन्य लोगों को गिरफ्तार किया जाए और अभि दहिया को डूसू उपाध्यक्ष पद से हटाया जाए.

 

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