भारत की सबसे बड़ी एकीकृत बिजली कंपनी, एनटीपीसी लिमिटेड ने आज अपना 50वां स्थापना दिवस धूमधाम से मनाया। कंपनी के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक (सीएमडी) गुरदीप सिंह ने नोएडा स्थित एनटीपीसी के इंजीनियरिंग कार्यालय परिसर (ईओसी) में ध्वजारोहण किया। इस अवसर पर बोर्ड के निदेशक, वरिष्ठ अधिकारी और कर्मचारी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से शामिल हुए।
इस समारोह में एनटीपीसी ने हाइड्रोजन-ईंधन बसों का वर्चुअल शुभारंभ किया, जो लेह में संचालित होंगी। यह कदम स्वच्छ और हरित प्रौद्योगिकियों को बढ़ावा देने के एनटीपीसी के संकल्प को दर्शाता है।
गुरदीप सिंह ने एक अभूतपूर्व उपलब्धि की घोषणा की – पीईएम इलेक्ट्रोलाइज़र से उत्पादित हाइड्रोजन और सीओ2 का उपयोग कर मेथनॉल का सफल निर्माण, जो विंध्याचल संयंत्र में किया गया। यह विश्व में अपनी तरह का पहला संयंत्र है और टिकाऊ ईंधन उत्पादन में एक मील का पत्थर है।
उन्होंने बताया कि एनटीपीसी अब जेन-4 इथेनॉल, ग्रीन यूरिया और सस्टेनेबल एविएशन फ्यूल पर भी काम कर रहा है और मेथनॉल संश्लेषण के लिए ‘प्रथम स्वदेशी उत्प्रेरक’ का भी विकास किया है। साथ ही एनटीपीसी ने एक नए 50-वर्षीय लोगो का अनावरण किया, जो कंपनी की पांच दशकों की यात्रा और देश की प्रगति में उसके योगदान का प्रतीक है।
समारोह के दौरान, एनटीपीसी के बालिका सशक्तिकरण मिशन के तहत एक विशेष कॉमिक बुक भी लॉन्च की गई। इस मिशन ने ग्रामीण क्षेत्रों की 10,000 से अधिक लड़कियों को लाभान्वित किया है।
गुरदीप सिंह ने इस अवसर पर संस्थापक अध्यक्ष डॉ. डीवी कपूर सहित एनटीपीसी के संस्थापकों को श्रद्धांजलि अर्पित की और कहा कि कंपनी का लचीला दृष्टिकोण इसे उत्कृष्टता के लिए प्रेरित करता रहेगा। उन्होंने नवीकरणीय ऊर्जा में विस्तार और भविष्य को सशक्त बनाने के संकल्प को दोहराया।