मुंबई। टीम इंडिया के दिग्गज कप्तान एमएस धोनी की प्रतिष्ठित नंबर 7 जर्सी अब किसी अन्य भारतीय खिलाड़ी के लिए उपलब्ध नहीं होगी। धोनी के इंटरनेशनल रिटायरमेंट के करीब 3 साल बाद आईसीसी ने यह फैसला किया। आईसीसी ने बताया कि धोनी ने अपने पूरे करियर में जो नंबर अपनी टीशर्ट पर पहना था, उसे रिटायर करने का फैसला किया है। इस तरह का सम्मान पाने वाले एकमात्र अन्य क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर हैं। साल 2017 में सचिन तेंदुलकर की सिग्नेचर नंबर 10 जर्सी को भी हमेशा के लिए रिटायर कर दिया गया था।
रिपोर्ट के अनुसार धोनी की प्रतिष्ठित नंबर 7 जर्सी किसी अन्य भारतीय क्रिकेटर द्वारा नहीं पहनी जाएगी। बतौर इंटरनेशनल क्रिकेटर के रूप में उनके धोनी के रिटायरमेंट के तीन साल बाद खेल में उनके योगदान को ट्रिब्यूट देते हुए उनके द्वारा पहने गए नंबर को ‘रिटायर’ करने का फैसला किया गया है। महेंद्र सिंह धोनी ने इंटरनेशनल फॉर्मेट से संन्यास लेने का फैसला 15 अगस्त 2020 को किया था। वह टेस्ट फॉर्मेट से संन्यास 2014 में ही ले चुके थे। बीसीसीआई ने टीम इंडिया के खिलाडिय़ों, खासकर डेब्यू करने वाले प्लेयर्स को सूचित कर दिया है कि उनके पास तेंदुलकर और धोनी से जुड़े नंबरों का विकल्प नहीं है।
आईसीसी से जुड़े अधिकारी ने बताया कि नए खिलाडिय़ों से कहा गया कि वे एमएस धोनी की नंबर 7 जर्सी को ना चुने। बोर्ड ने खेल में उनके योगदान के लिए टी-शर्ट को रिटायर करने का फैसला किया है। डेब्यू करने वाले नए खिलाड़ी को नंबर 7 नहीं मिल सकता, और नंबर 10 पहले से ही उपलब्ध नंबरों की सूची से बाहर है। बीसीसीआई के फैसले से टीम इंडिया के खिलाडिय़ों के विकल्प सीमित हो गए हैं। एक नियम के रूप में, खिलाडिय़ों को 1 और 100 के बीच कोई भी संख्या चुनने की अनुमति देता है। पर भारत में, विकल्प सीमित हैं। वर्तमान में टीम इंडिया के नियमित खिलाडिय़ों और दावेदारों के लिए लगभग 60 नंबर चिह्रित हैं।
आईसीसी अधिकारी ने बताया कि भले ही कोई खिलाड़ी लगभग एक साल तक टीम से बाहर हो, लेकिन उसका नंबर किसी नए खिलाड़ी को नहीं दिया जाता है। इसका मतलब है कि हाल ही में पदार्पण करने वाले खिलाड़ी के पास चुनने के लिए लगभग 30 नंबर होते हैं। ऐसा नहीं है कि सीनियर लेवल पर टीशर्ट नंबर को लेकर मारामारी रहती है, जूनियर लेवल पर भी ‘प्रतिष्ठित’ नंबरों के लिए होड़ साफ तौर पर दिखती है। शुभमन गिल अंडर-19 दिनों के दौरान पसंदीदा नंबर 7 को नहीं पा सके, क्योंकि वह पहले ही ले लिया गया था। इसके बाद उन्हें मजबूरन 77 लेना पड़ा। टीम इंडिया में भी वो इसी नंबर की टीशर्ट पहनकर खेलते हैं।