पटना। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के करीबी सहयोगी अशोक चौधरी ने हाल ही में राजद नेता तेजस्वी यादव के बयान को लेकर तीखी आलोचना की है। अशोक चौधरी ने नीतीश कुमार के गठबंधन तोड़ने और राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) में वापस लौटने के फैसले के लिए सीधे तौर पर राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव को जिम्मेदार ठहराया। चौधरी ने कहा, “लालू यादव हमेशा अपने फायदे के लिए सहयोगियों से मदद लेते हैं, लेकिन एहसान लौटाने में उन्हें समस्या होती है।”
अशोक चौधरी, जो राबड़ी देवी की सरकार में कैबिनेट मंत्री रह चुके हैं, ने तेजस्वी यादव पर निशाना साधते हुए कहा, “नीतीश कुमार तेजस्वी के जन्म से पहले से ही सार्वजनिक जीवन में हैं। उन्हें यह समझना चाहिए कि जदयू से किसी भी नेता ने गठबंधन के लिए उनके पिता के दरवाजे पर दस्तक नहीं दी है।” उन्होंने यह भी कहा कि बिहार के लोग समझते हैं कि किसी भी गठबंधन में नीतीश कुमार की उपस्थिति उसकी सफलता की गारंटी होती है।
तेजस्वी यादव का बयान
तेजस्वी यादव, जो बिहार में महागठबंधन सरकार के डिप्टी सीएम रह चुके हैं, ने बीते हफ्ते नीतीश कुमार पर हमला करते हुए कहा था कि भविष्य में उनके साथ किसी भी तरह के गठबंधन की संभावना नहीं है। उन्होंने दावा किया था कि पिछली बार नीतीश कुमार उनके घर आकर राबड़ी देवी के सामने माफी मांगते हुए गठबंधन में शामिल हुए थे।
नीतीश कुमार की कसम
उधर, एक कार्यक्रम में बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा के साथ मंच साझा करते हुए नीतीश कुमार ने अपनी पुरानी गलतियों को स्वीकार किया और NDA के साथ हमेशा जुड़े रहने की कसम खाई।