नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव के नतीजे सामने आने के बाद अब बीजेपी ने सहयोगी दलों के साथ केंद्र में सरकार बनाने की कोशिशें तेज कर दी हैं. शुक्रवार को NDA की बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को संसदीय दल का नेता चुना गया, उन्होंने संसद पहुंचकर संविधान को प्रणाम किया साथ ही विपक्षी दलों पर हमला बोला. संसदीय दल की बैठक के बाद NDA गठबंधन ने सरकार बनाने का दावा पेश किया है, इसके साथ ही राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को समर्थक देने वाले सांसदों की लिस्ट भी सौंपी जा चुकी है. ऐसी अटकलें लगाई जा रही हैं कि नरेंद्र मोदी 9 जून, रविवार को देश के तीसरे प्रधानमंत्री के तौर पर शपथ ले सकते हैं, इस कार्यक्रम में शामिल होने के लिए कई देश-विदेश के राष्ट्राध्यक्षों को भी आमंत्रित किया गया है.
तीसरी बार संसदीय नेता चुने गए पीएम मोदी
संसदीय नेता चुने जाने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 7 जून को कहा कि वह अपनी अगली सरकार के सभी निर्णयों में सर्वसम्मति सुनिश्चित करने का प्रयास करेंगे और एनडीए एक जैविक गठबंधन है जो ‘राष्ट्र प्रथम’ के सिद्धांत के लिए प्रतिबद्ध है. भाजपा के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) द्वारा तीसरी बार प्रधान मंत्री बनने के लिए अपने नेता के रूप में चुने गए, उन्होंने यह भी कहा कि अगले 10 वर्षों में एनडीए सरकार सुशासन, विकास, जीवन की गुणवत्ता और आम लोगों के जीवन में न्यूनतम हस्तक्षेप पर ध्यान केंद्रित करेगी. उन्होंने कहा कि इस गठबंधन के मूल में आपसी विश्वास है और वे ‘सर्व पंथ समभाव’ (सभी संप्रदाय समान हैं) के सिद्धांत के प्रति प्रतिबद्ध हैं.