नई दिल्ली: भारत और मलेशिया के बीच गहन राजनीतिक, आर्थिक, और सामाजिक-सांस्कृतिक संबंधों को और सुदृढ़ करने के लिए दोनों देशों ने पर्यटन के क्षेत्र में सहयोग को बढ़ावा देने के उद्देश्य से एक समझौता ज्ञापन (MoU) पर हस्ताक्षर किए हैं। यह समझौता ज्ञापन भारत सरकार के पर्यटन मंत्रालय और मलेशिया सरकार के पर्यटन, कला और संस्कृति मंत्रालय के बीच हुआ है।
इस समझौता ज्ञापन पर भारत के पर्यटन और संस्कृति मंत्री श्री गजेंद्र सिंह शेखावत और मलेशिया के पर्यटन, कला और संस्कृति मंत्री श्री वाई बी दातो श्री तिओंग किंग सिंग ने हस्ताक्षर किए।
समझौता ज्ञापन के मुख्य उद्देश्य निम्नलिखित हैं:
- पर्यटन उत्पादों और सेवाओं का प्रचार और विपणन: दोनों देश अपने-अपने पर्यटन उत्पादों और सेवाओं को वैश्विक स्तर पर बढ़ावा देंगे।
- पर्यटन अनुसंधान, प्रशिक्षण और विकास: विनिमय कार्यक्रमों के माध्यम से पर्यटन के क्षेत्र में अनुसंधान, प्रशिक्षण और विकास को बढ़ावा दिया जाएगा।
- पर्यटन अवसंरचना में निवेश को प्रोत्साहन: पर्यटन अवसंरचना, सुविधाओं, उत्पादों और सेवाओं में निवेश को प्रोत्साहित किया जाएगा।
- चिकित्सा पर्यटन: चिकित्सा पर्यटन के क्षेत्र में सूचनाओं का आदान-प्रदान और इस उत्पाद को बढ़ावा देने के लिए हितधारकों को प्रोत्साहित किया जाएगा।
- व्यावसायिक पर्यटन: बैठकें, प्रोत्साहन, सम्मेलन और प्रदर्शनियां (एमआईसीई) जैसे व्यावसायिक पर्यटन को प्रोत्साहित किया जाएगा।
- पर्यटन हितधारकों के बीच सहयोग: टूर ऑपरेटरों और ट्रैवल एजेंटों के बीच सहयोग को बढ़ावा दिया जाएगा।
- रेस्पॉन्सिबल टूरिज्म का विकास: समुदाय आधारित पर्यटन, इको-पर्यटन और पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा देने वाले उत्तरदायी पर्यटन को विकसित किया जाएगा।
मलेशिया भारत के लिए एक महत्वपूर्ण पर्यटन केंद्र है, और वर्ष 2022 में मलेशिया से ढाई लाख से अधिक पर्यटकों ने भारत का दौरा किया था। यह उम्मीद जताई जा रही है कि इस समझौता ज्ञापन से मलेशियाई पर्यटकों को भारत आने के लिए और अधिक प्रोत्साहन मिलेगा, जिससे दोनों देशों के बीच पर्यटन क्षेत्र में सहयोग और भी मजबूत होगा।