नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश के सहारनपुर में बीएसपी के पूर्व एमएलसी हाजी इकबाल मोहम्मद पर ईडी ने शनिवार (15 जून) को बड़ी कार्रवाई करते हुए मोहम्मद इकबाल की बनाई हुई अवैध यूनिवर्सिटी और 4 हजार करोड़ से ज्यादा की संपत्तियों को जब्त कर लिया है. प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के मुताबिक ये सभी संपत्तियां अब्दुल वहीद एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट के नाम पर हैं. इन जमीनों पर सालों से मोहम्मद इकबाल और उनके परिवार के सदस्यों ने कंट्रोल किया हुआ है. इकबाल मोहम्मद ने जब्त की गई यूनिवर्सिटी का जिम्मा अपने भाई और बेटों को दिया हुआ था. आपके बता दें कि मोहम्मद इकबाल पिछले कई महीनों से फरार है. उसको पकड़ने के लिए देश की कई एजेंसिया लगातार लगी हुईं हैं.
अवैध खनन में शामिल थे मोहम्मद इकबाल के परिवार के लोग
ये मामला सहारनपुर में खनन के पट्टों में हुई धांधली से जुड़ा हुआ है. ईडी की अब तक की जांच से ये पता चला है कि सभी खनन फर्मों के मोहम्मद इकबाल केंट्रोल करता रहता था. इकबाल और उसके परिवार के सदस्य बड़े पैमाने पर अवैध खनन में शामिल थे.
बेटे और भाई जेल में बंद
मोहम्मद इकबाल फरार होकर दुबई चला गया है ऐसा बताया जा रहा है, वहीं उसके भाई और बेटे जेल में हैं. मोहम्मद इकबाल और उसके पूरे परिवार के सदस्यों के खिलाफ ईडी की कार्रवाई जारी है. सभी खनन फर्मों का स्वामित्व मोहम्मद इकबाल ग्रुप के पास था. ये फर्म उत्तर प्रदेश के सहारनपुर और इसके आसपास के इलाकों में बड़े पैमाने अवैध तरीके से खनन करते थे. आयकर रिटर्न दिखाने के बाद भी इन कंपनियों में बिना किसी व्यापक संबंध थे लेन देन होते थे. इतना ही नहीं, मोहम्मद इकबाल ने इस अवैध कमाई को आयकर विवरण से छिपाकर रखा था. मोहम्मद इकबाल सारी धनराशि अब्दुल वहीद एजुकेशनल ट्रस्ट के बैंक खाते में ट्रांसफर कर दी थी.