नई दिल्ली। जहां एक तरफ दिल्ली के सभी बॉर्डर्स पर किसान सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे थे, वहीं दूसरी तरफ केंद्रीय रसायन एवं उर्वरक मंत्री मनसुख मांडविया किसानों के लिए लिखी अपनी किताब को साइन कर रहे हा। दरअसल दिल्ली में चल रहे ‘वर्ल्ड बुक फेयर’ में रूपा पब्लिकेशन के स्टॉल पर मनसुख मांडविया की लिखी हुई किताब ‘Fertilizing The Future’ खूब सुर्खियां बटोर रही थी। हिंदी में इस किताब का नाम है ‘उर्वरक -आत्मनिर्भरता की राह’।
पब्लिशर का दावा है कि यह किताब बेस्ट सेलर साबित हो रही है। स्टूडेंट्स और खेती के काम में लगे लोग इस किताब में खासी दिलचस्पी दिखा रहे हैं। किताब की कीमत 695 रखी गई है। किताब के मुताबिक, ‘उर्वरकों के मामले में भारत आत्मनिर्भर बनने की राह पर तेजी से बढ़ रहा है।
भारत दुनिया का पहला ऐसा देश बना जिसने क्रांतिकारी नैनो यूरिया का कमर्शियल उत्पादन शुरू करने में सफलता हासिल की। इसी तरह से नैनो डीएपी विकसित करने में भी भारत ने इतिहास बनाया। किसानों के सरकार के खिलाफ चल रहे आंदोलन के बीच दिल्ली में चल रहे अंतरराष्ट्रीय पुस्तक मेले में हॉल नंबर 5 में इस किताब को काफी लोग खरीद रहे हैं।