प्रशिक्षण के पहले दिन 63 पीठासीन अधिकारी गैरहाजिर
देखें वीडियो, पारदर्शी निर्वाचन कराना हमारी जिम्मेदारी -डीएम सोनिका
देहरादून। लोकसभा चुनाव के मद्देनजर पीठासीन अधिकारी के प्रशिक्षण कार्यक्रंम शुरू किया गया। उत्तराखण्ड पर्यटन विकास बोर्ड के प्रेक्षागृह में आयोजित कार्यक्रम में जिलाधिकारी/जिला निर्वाचन अधिकारी श्रीमती सोनिका ने कहा कि निष्पक्ष एवं पारदर्शी निर्वाचन कराना हमारी जिम्मेदारी है। उन्होंने कहा कि सभी कार्मिक प्रशिक्षण को बारीकी से समझे ताकि निर्विघ्न रूप से पारदर्शिता के साथ निर्वाचन प्रक्रिया को संपन्न कराया जाए।
उन्होंने कहा कि वोट देना प्रत्येक व्यक्ति की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी है, इसलिए सभी निर्वाचन कार्मिक भारत निर्वाचन आयोग द्वारा निर्धारित प्रक्रिया के तहत् अपना वोट अवश्य करें। जिलाधिकारी/जिला निर्वाचन ने कहा कि निर्विघ्न, निष्पक्ष निर्वाचन सम्पन्न कराने के लिए यह आवश्यक है कि किसी के प्रलोभन में नही आना है। उन्होंने कहा कि पोलिंग पार्टियां यह ध्यान रखे किसी भी राजनैतिक दल एवं प्रत्याशी के अभिकर्ता से या किसी अन्य व्यक्ति एवं संस्था से कोई सामान, वाहन अथवा अन्य वस्तु नही लेनी है। और मतदान पार्टी जिस वाहन में गए हैं उसी वाहन से वापस आएं । उन्होंने कहा कि यह महत्वपूर्ण है कि प्रक्रिया समय से हों इसके लिए जरूरी है मॉक पोल समय पर हो तथा पोलिंग समय से शुरू हो।
जिलाधिकारी/जिला निर्वाचन अधिकारी ने प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे कार्मिकों की समस्या सुनी तथा कार्मिकों से सुझाव भी लिए। उन्होंने कहा यदि किसी कार्मिक की कोई समस्या एवं सुझाव हों तो वह निसंकोच अपने सुझाव दे सकते है। इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी/नोडल अधिकारी कार्मिक व स्वीप सुश्री झरना कमठान ने प्रशक्षणार्थी कार्मिकों को निर्वाचन प्रक्रिया में सम्पादित कार्यों एवं दायित्वों के बारे में बारीकी से समझाया। प्रशिक्षण के पहले दिन 1740 में से 1677 पीठासीन अधिकारी उपस्थित रहे जबकि 63 कार्मिक अनुपस्थित रहे।
इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी/नोडल अधिकारी कार्मिक/स्वीप झरना कमठान, अपर जिलाधिकारी प्रशासन जयभारत सिंह, सहित समस्त एआरओ उपस्थित रहे। मास्टर ट्रेनर/निदेशक ग्राम्य विकास अभिकरण विक्रम सिंह, सहायक नोडल प्रशिक्षण डॉ मनीष बिष्ट एवं गिरीश थपलियाल, संदीप वर्मा उपस्थित रहे।