नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज वीडियो संदेश के माध्यम से हरित हाइड्रोजन पर दूसरे अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन को संबोधित किया। अपने संबोधन में प्रधानमंत्री ने हरित हाइड्रोजन को ऊर्जा के क्षेत्र में एक आशाजनक विकल्प बताते हुए इसके विकास और उपयोग में तेजी लाने का आह्वान किया।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि जलवायु परिवर्तन के प्रभावों को रोकने के लिए तुरंत कार्रवाई की आवश्यकता है, और हरित ऊर्जा में परिवर्तन वैश्विक चर्चा का केंद्र बन गया है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि हरित हाइड्रोजन उन उद्योगों को डीकार्बोनाइजेशन में मदद कर सकता है, जिनका विद्युतीकरण मुश्किल है, जैसे रिफाइनरियों, उर्वरक, इस्पात और भारी परिवहन।
प्रधानमंत्री ने हरित हाइड्रोजन के उत्पादन, उपयोग और निर्यात के लिए भारत को वैश्विक केंद्र बनाने की योजना पर जोर दिया। उन्होंने अंतरराष्ट्रीय साझेदारी, शोध, नवाचार, और लागत को कम करने के लिए वैश्विक सहयोग की आवश्यकता पर बल दिया।
प्रधानमंत्री मोदी ने वैज्ञानिक समुदाय से इस क्षेत्र में नवाचार और अनुसंधान को बढ़ावा देने का आग्रह करते हुए कहा, “आइए हम हरित हाइड्रोजन के विकास और उपयोग में तेजी लाने के लिए मिलकर काम करें।”