नई दिल्ली। राष्ट्रीय प्रवेश सह-पात्रता परीक्षा (NEET) के कथित पेपर लीक को लेकर घमासान के बीच सरकार ने राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी (NTA) में बड़ा बदलाव किया है। NTA के महानिदेशक सुबोध कुमार सिंह को हटा दिया गया है। उनकी जगह भारत व्यापार संवर्धन संगठन के अध्यक्ष और 1985 बैच के भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS) अधिकारी प्रदीप सिंह खरोला को NTA का भी अतिरिक्त प्रभार दिया गया है।
कौन हैं खरोला
15 सितंबर, 1961 को उत्तराखंड में जन्में खरोला 1985 बैच के कर्नाटक कैडर के IAS अधिकारी हैं। उन्होंने 1982 में इंदौर यूनिवर्सिटी से मेकैनिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई की थी। 1984 में भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT) दिल्ली से इंडस्ट्रियल इंजीनियरिंग में मास्टर्स की पढ़ाई की है। बाद में वे फिलीपींस भी गए, वहां उन्होंनें मनीला के एशियन इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट से डेवलपमेंट मैनेजमेंट में पोस्ट ग्रेजुएशन (PG) की पढ़ाई की है।
कर्नाटक में संभाल चुके हैं अहम जिम्मेदारियां
खरोला 2012-13 में कर्नाटक के मुख्यमंत्री के प्रमुख सलाहकार बने थे। वह कर्नाटक शहरी अवसंरचना विकास और वित्त निगम के भी प्रमुख रह चुके हैं। यह संस्था विदेशी निवेशकों से फंड जुटाकर शहरों में सड़क पानी जैसी मूलभूत चीजें उपलब्ध कराती है।
उन्होंने बैंगलोर मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन (BMRC) के प्रबंध निदेशक के रूप में भी कार्य किया है। खरोला ने शहरी शासन, शहरी सार्वजनिक परिवहन और नीति-निर्माण में काफी काम किया है।
मिल चुके हैं कई पुरस्कार
खरोला को 2012 में ई-गवर्नेंस के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार मिल चुका है। 2013 में उन्हें प्रधानमंत्री उत्कृष्ट लोक प्रशासन पुरस्कार से भी सम्मानित किया गया था। उनके शोध पत्र कई राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय पत्रिकाओं में प्रकाशित हो चुके हैं।
उन्हें सार्वजनिक परिवहन कंपनियों को घाटे से निकालने का विशेषज्ञ माना जाता है। साल 2000 में बेंगलुरु की सिटी बस सर्विस और बेंगलुरु मेट्रोपॉलिटन ट्रांसपोर्ट कॉरपोरेशन को घाटे से निकालने में खरोला की अहम भूमिका रही थी।
एयर इंडिया की भी संभाल चुके हैं जिम्मेदारी
एयर इंडिया के निजीकरण से पहले खरोला ने एयरलाइन की जिम्मेदारी भी संभाली थी। वे एयर इंडिया के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक थे। उन्हें ऐसे समय में एयरलाइन का प्रमुख बनाया गया था, जब सरकार कंपनी के विनिवेश की रूपरेखा बना रही थी।
हालांकि, मिंट की रिपोर्ट के अनुसार, खरोला के कार्यकाल के दौरान ही सरकार एयर इंडिया के निजीकरण के अपने पहले प्रयास में विफल रही थी। वे राष्ट्रीय प्रशासनिक सुधार आयोग के संयुक्त सचिव भी रह चुके हैं।
2019 में खरोला को नागरिक उड्डयन सचिव नियुक्त किया गया था। 2022 से वे भारत व्यापार संवर्धन संगठन की कमान संभाल रहे हैं। अब पेपर लीक को लेकर चुनौती भरे समय में उन्हें NTA की जिम्मेदारी सौंपी गई है।
Pradeep Singh Kharola has been given additional charge of the post of Director General, National Testing Agency (NTA), Ministry of Education. pic.twitter.com/owLKo75ApU
— ANI (@ANI) June 22, 2024