नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर के कठुआ जिले में सोमवार (8 जुलाई) को आतंकवादियों ने सेना की गाड़ी को अपना निशाना बनाया, जिसके बाद इस आंतकी हमले में 5 जवान शहीद हो गए हैं और 5 जवान अभी भी घायल हैं. इस हमले के जवाब में सेना ने भी कार्रवाई की जिसके बाद से ही आतंकवादियों और सेना के जवानों के बीच लगातार मुठभेड़ जारी है. इसी बीच कश्मीर के आतंकी संगठन ने इस हमले की जिम्मेदारी ली है और कहा कि ये कि ये 26 जून को जम्मू-कश्मीर के डोडा में मारे गए तीन आतंकियों की मौत का बदला है.
कठुआ जिले में हुए हमले के बाद लगातार भारतीय सेना और आतंकियों के बीच मुठभेड़ जारी है. वहीं जगह-जगह पर सर्च ऑपरेशन किए जा रहे हैं. हमले की जानकारी देते हुए अधिकारियों ने कहा कि शुरुआत में आतंकियों ने सेना के वाहन पर ग्रेनेड फेंका, इसके बाद गोलीबारी शुरू कर दी. जब सेना सुरक्षा बलों ने हमले को लेकर जवाबी कार्रवाई की, इसके बाद आतंकवादी जंगलों की ओर भाग गए.
लेटर भेजकर ली हमले की जिम्मेदारी
कठुआ जिले में हमले के बाद कश्मीर टाइगर्स संगठन ने एक लेटर भेजा जिसमें बताया गया कि ये हमला उन्होंने किया है. इसके आगे लेटर में बताया गया कि इस हमले में मुजाहिदीन ने ग्रेनेड और स्नाइपर राइफलों का इस्तेमाल किया. इसके आगे बताया गया कि इस हमले के बाद मुजाहिदीन कठुआ से निकलने में सफल रहे हैं. इसके आगे आतंकी संगठनों द्वारा कहा गया कि ये आतंकी हमला 26 जून ,2024 को डोडा में शहीद तीन मुजाहिदीनों का बदला है. वहीं ये भी कहा गया अभी आगे ऐसे कई हमले किए जाएंगे और कश्मीर को आजाद करवाने की ये जंग जारी रहेगी.
रविवार को जम्मू-कश्मीर के कुलगाम जिले में मुठभेड़ों के दौरान 6 आतंकवादी मारे गए थे. इसके साथ ही इस मुठभेड़ में भारतीय सेना के दो जवान भी शहीद हो गए थे. अधिकारियों ने बताया, मोदरगाम मुठभेड़ स्थल से दो आतंकवादियों के शव बरामद किए गए, जबकि चिन्नीगाम स्थल से रविवार को चार शव बरामद किए गए. माना जा रहा इस मुठभेड़ में मारे गए है आतंकवादियों का बदला लेने के लिए कठुआ जिले में ये हमला किया गया.