नई दिल्ली। हरियाणा के बीजेपी के स्पोक्स पर्सन और करणी सेना के अध्यक्ष सूरज पाल अमू ने बीजेपी से इस्तीफा दे दिया है. सूरज पाल ने आरोप लगाया कि पार्टी ने क्षत्रिय समुदाय का अपमान करने वाले व्यक्ति को लोकसभा उम्मीदवार बनाया. सूरज पाल अमू ने इस्तीफे में स्पष्ट रूप से केंद्रीय मंत्री परषोत्तम रूपाला का जिक्र किया, जिन्हें भाजपा ने गुजरात के राजकोट लोकसभा क्षेत्र से मैदान में उतारा है. गुरुवार को बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा को लिखे अपने इस्तीफे में अमू ने यह भी आरोप लगाया कि पार्टी ने राजपूत नेताओं को दरकिनार कर दिया है.
क्षत्रिय समुदाय का प्रतिनिधित्व लगातार कम
2014 के बाद से भारतीय जनता पार्टी में नेतृत्व की स्थिति में क्षत्रिय समुदाय का प्रतिनिधित्व भी लगातार कम होता जा रहा है. यहां तक कि समुदाय के प्रमुख नेताओं को भी पार्टी से किनारे किया जा रहा है. पार्टी ने एक को टिकट दिया है. उन्होंने अपने त्याग पत्र में कहा, जिस व्यक्ति ने दिवंगत क्षत्रिय माताओं और बहनों के चरित्र पर शर्मनाक टिप्पणी की, उसे पूरे देश के क्षत्रिय समुदाय का अपमान माना जा रहा है.
2018 में भी इस्तीफा दिया था लेकिन खारिज कर दिया था
अमू ने 2018 में भी बीजेपी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था, लेकिन उनका इस्तीफा खारिज कर दिया गया था. 1990-91 तक वह भाजपा युवा मोर्चा, सोहना के मंडल अध्यक्ष रहे. 1993-96 तक, उन्होंने भाजपा युवा मोर्चा के जिला महासचिव के रूप में कार्य किया. वह 2018 से भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता के रूप में काम कर रहे हैं.