कानपुर (उत्तर प्रदेश): देश की सुरक्षा और अवैध घुसपैठ को लेकर चल रही सख्ती के बीच गंगाघाट पुलिस ने रविवार को एक अहम कार्रवाई करते हुए म्यांमार की तीन महिलाओं को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। ये महिलाएं बिना किसी वैध नागरिकता दस्तावेजों के बीते कई वर्षों से कानपुर के मनोहर नगर झोपड़ पट्टी क्षेत्र में रह रही थीं।
गिरफ्तार महिलाओं की पहचान साहिल की पत्नी अजीदा, उसकी बहन सिनवारा, और छोटे भाई अनवर की पत्नी नूर कायदा के रूप में हुई है। पुलिस द्वारा पूछताछ में यह स्पष्ट हुआ कि ये तीनों महिलाएं म्यांमार की मूल निवासी हैं और किसी प्रकार का वैध वीजा, पासपोर्ट या नागरिकता प्रमाण पत्र उनके पास मौजूद नहीं है।
रह रही थीं वर्षों से, लेकिन नहीं थी कोई पहचान
पुलिस सूत्रों के मुताबिक, ये महिलाएं कई वर्षों से झोपड़ पट्टी में निवास कर रही थीं और स्थानीय स्तर पर अपने परिवारों के साथ सामान्य जीवन व्यतीत कर रही थीं। हालांकि, किसी स्थानीय नागरिक या दस्तावेज़ी आधार के अभाव में उनके भारत में रहने को अवैध घोषित किया गया।
पूछताछ और जांच जारी, अन्य संदिग्धों की तलाश
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि इस गिरफ्तारी के बाद अब यह भी जांच की जा रही है कि इन महिलाओं के भारत में प्रवेश का माध्यम क्या था, और क्या इनके पीछे कोई संगठित नेटवर्क या मानव तस्करी गिरोह सक्रिय है। जांच दल यह भी पता लगा रहा है कि क्या इनके जैसे अन्य विदेशी नागरिक भी इस क्षेत्र या शहर में बिना वैध दस्तावेजों के रह रहे हैं।
गंगाघाट थाना प्रभारी ने बताया कि फिलहाल तीनों महिलाओं को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है और उनके खिलाफ विदेशी नागरिक अधिनियम के तहत कानूनी कार्रवाई की जा रही है।
इस कार्रवाई को सुरक्षा एजेंसियों की ओर से घुसपैठ और देश में अवैध रूप से रह रहे विदेशी नागरिकों पर नकेल कसने के एक बड़े कदम के रूप में देखा जा रहा है।