जब हरी पत्तेदार सब्जियों की बात आती है तो सूची में सबसे आगे केल और पालक को माना जाता है।ये दोनों सब्जियां विभिन्न खनिजों से भरपूर होती हैं, जिस वजह से इन्हें डाइट में शामिल करने से कई स्वास्थ्य लाभ मिल सकते हैं, लेकिन इनमें से बेहतर कौन-सी सब्जी है?कई लोग इस बात को लेकर बहस करते हैं कि केल में पालक से ज्यादा पोषण होते हैं। आइए इन दोनों सब्जियों की तुलना कर इसकी सच्चाई जानते हैं।
केल और पालक का स्वाद
केल ब्रैसिका ओलेरासिया पौधे के परिवार से संबंधित है और इसकी पत्तियां गहरे हरे रंग की होती हैं। केल की पत्तियों को सलाद के तौर पर खाया जाता है और इनका स्वाद थोड़ा कड़वा और चटपटा होता है।हालांकि, केल की कुछ किस्में खाने योग्य नहीं होती हैं।पालक ऐमारैंथ नामक पौधे के परिवार से संबंधित है। इसका स्वाद हल्का कड़वा होता है और इसे कच्चा या पकाकर खाया जा सकता है।
पालक के फायदे
पालक कई ऐसे पोषक तत्वों से समृद्ध होता है, जो शारीरिक और मानसिक विकास में अहम भूमिका अदा कर सकते हैं। इसके साथ ही ये कई गंभीर बीमारियों के प्रभाव को कम करने में मदद कर सकते हैं।उदाहरण के लिए, मधुमेह के स्तर को नियंत्रित रखने, मोटापे से राहत दिलाने और कुछ तरह के कैंसर के जोखिम को कम करने में पालक सहायक साबित हो सकता है।पालक का सेवन हड्डियों और मेटाबॉलिज्म के लिए भी लाभदायक है।
केल के सेवन से मिलने वाले स्वास्थ्य लाभ
केल में अन्य पत्तेदार सब्जियों की तुलना में अधिक मात्रा में एंटी-ऑक्सीडेंट गुण शामिल होते हैं, इसलिए इसका सेवन शरीर से मुक्त कणों को दूर करने और अलग-अलग तरह की शारीरिक सूजन को कम करने में मदद कर सकता है।यहीं नहीं, केल में एंटी-ऑक्सीडेंट के साथ-साथ कार्डियोप्रोटेक्टिव और हेपेटोप्रोटेक्टिव प्रभाव मौजूद होते हैं, जो हृदय और लीवर को सुरक्षित रखने में मदद कर सकते हैं।इसलिए केल को डाइट में जरूर शामिल करें।
इनमें से किसका चयन करना ज्यादा बेहतर है?
केल और पालक की पोषण सामग्री और स्वास्थ्य लाभों में छोटे-छोटे अंतर ही हैं, इसलिए यह आपका व्यक्तिगत फैसला की इनमें से किसका चयन करना चाहिए। वैसे दोनों ही सब्जियां स्वास्थ्य के लिए लाभदायक हैं, लेकिन इनका अधिक सेवन सेहत के लिए खतरा भी बन सकता है। इसलिए इनका सेवन सीमित मात्रा में ही करें। पालक को तो आप इन 5 व्यंजनों के जरिए भी अपनी डाइट में शामिल कर सकते हैं।