झारखंड में विधानसभा चुनाव की तैयारियों के बीच नेताओं का पाला बदलने का सिलसिला जारी है। इसी कड़ी में गुरुवार-शुक्रवार की देर रात कांग्रेस के एक सीटिंग विधायक का टिकट कटते ही वे तुरंत समाजवादी पार्टी में शामिल हो गए और वहां से टिकट भी हासिल कर लिया।
बरही सीट पर मचा सियासी हड़कंप
गुरुवार रात करीब 11:30 बजे कांग्रेस ने झारखंड के लिए अपनी दूसरी सूची जारी की, जिसमें हजारीबाग की बरही सीट से पार्टी के सीटिंग विधायक उमाशंकर यादव अकेला का नाम हटाकर अरुण साहू को प्रत्याशी घोषित कर दिया गया। उमाशंकर यादव को टिकट मिलने का आश्वासन मिला था, और उन्होंने शुक्रवार को नामांकन का ऐलान भी कर रखा था।
170 किलोमीटर का रातों-रात सफर
टिकट कटने की खबर मिलते ही उमाशंकर यादव ने रातों-रात लगभग 170 किलोमीटर का सफर तय किया और सुबह 4 बजे डाल्टनगंज पहुंचकर समाजवादी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष केश्वर यादव उर्फ रंजन यादव से मुलाकात की। इसके तुरंत बाद उन्होंने पार्टी की सदस्यता ली और बरही से सपा प्रत्याशी के रूप में टिकट हासिल कर लिया।
पैसा लेकर टिकट बांटने का आरोप
उमाशंकर यादव ने कांग्रेस पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि टिकट के लिए उनसे दो करोड़ रुपये की मांग की गई थी। पैसे देने से मना करने पर उनका टिकट काट दिया गया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस में ईमानदार नेताओं को तवज्जो नहीं दी जा रही है। दूसरी ओर, सपा प्रदेश अध्यक्ष रंजन यादव ने दावा किया कि झारखंड में समाजवादी पार्टी के सहयोग के बिना सरकार बनाना मुश्किल होगा।