मुंबई। आईपीएल प्लेऑफ की दौड़ से बाहर हो चुकी मुंबई इंडियंस और लखनऊ सुपरजायंट्स की टीमें जब शुक्रवार को वानखेड़े स्टेडियम में भिड़ेंगी तो दोनों ही अपने अंतिम मैच जीतकर आइपीएल 2024 से विदा लेना चाहेंगी। हार्दिक पांड्या की अगुआई वाली मुंबई इंडियंस काफी पहले ही प्लेऑफ की दौड़ से बाहर हो चुकी है, जबकि केएल राहुल की कप्तानी वाली लखनऊ सुपरजायंट्स अगर इस मैच में भारी अंतर से जीत दर्ज करती है तो भी उसके प्लेऑफ में पहुंचने की संभावना नगण्य हैं।
तीन मैचों में लगातार हार से लखनऊ ने अंक भी गंवाए हैं और उसका नेट रनरेट भी खराब हुआ है। केकेआर से 98 रन से हार के बाद लखनऊ सुपरजायंट्स को सनराइजर्स हैदराबाद ने 10 विकेट से और दिल्ली कैपिटल्स ने 19 रन से हराया। सातवें स्थान पर काबिज लखनऊ का नेट रनरेट -0.787 है जबकि छठे स्थान की टीम आरसीबी का रनरेट 0.387 है।
पांच बार की चैंपियन मुंबई इंडियंस प्लेऑफ की दौड़ से बाहर होने वाली पहली टीम थी। नए कप्तान हार्दिक पांड्या के साथ इस सत्र में टीम का प्रदर्शन निराशाजनक रहा। अब तक 13 मैचों में बस चार जीत सकी मुंबई इंडियंस शुक्रवार को जीत जाती है तो उसके 10 अंक होंगे, जिससे वह अंतिम पायदान पर रहने से बच सकती है। सत्र से पहले रोहित शर्मा की जगह हार्दिक को कप्तानी सौंपे जाने से मुंबई के प्रशंसकों में काफी आक्रोश था जिसका टीम के प्रदर्शन पर भी असर पड़ा।
बल्लेबाजों ने पूरी तरह निराश किया तो गेंदबाजी में जसप्रीत बुमराह (20 विकेट) दूसरे गेंदबाजों को अच्छे प्रदर्शन के लिए प्रेरित नहीं कर सके। इस मैच में फोकस विश्व कप टीम में शामिल रोहित, हार्दिक, बुमराह और सूर्यकुमार यादव पर रहेगा, जो विश्व कप से पहले अंतिम मैच में अच्छा प्रदर्शन कर आत्मविश्वास के साथ वैश्विक टूर्नामेंट में उतरेंगे।
रोहित शर्मा पिछली छह पारियों में विफल रहे हैं और उनका सर्वोच्च स्कोर 19 रन रहा। वहीं हार्दिक पांड्या भी ऑलराउंडर की भूमिका से न्याय नहीं कर पाए हैं। सूर्यकुमार यादव ने तीन अर्धशतक और एक शतक जमाकर आत्मविश्वास हासिल किया है। वहीं, टीम की गेंदबाजी पूरी तरह बुमराह पर निर्भर है। युवा गेंदबाज अंशुल कंबोज ने प्रभावित किया है।
वहीं, पिछले दो सत्र में प्लेऑफ में जगह बनाने वाली लखनऊ सुपरजायंट्स के लिए कुछ भी अच्छा नहीं रहा है। कप्तान केएल राहुल ने तीन अर्धशतक समेत 136.36 के स्ट्राइक रेट से 465 रन बनाए। उनका स्ट्राइक रेट हालांकि चर्चा का विषय रहा। निकोलस पूरन ने अच्छा प्रदर्शन किया लेकिन एक ईकाई के रूप में टीम नाकाम रही। क्विंटन डिकॉक, दीपक हुड्डा और क्रुणाल पांड्या का यह सत्र बेहद ही औसत रहा है।
मयंक यादव के चोटिल होने के बाद उसकी गेंदबाजी भी कमजोर हुई है। नवीन उल हक, मोहसिन खान, यश ठाकुर पिछले मैचों में प्रभावित नहीं कर पाए हैं। दिल्ली कैपिटल्स के विरुद्ध मैच में टीम के लिए अरशद खान का प्रदर्शन थोड़ा राहत भरा होगा। अरशद ने विकेट लेने के साथ ही सातवें नंबर पर अर्धशतक जड़ा था और इस मैच में भी टीम को उनसे इसी तरह के प्रदर्शन की उम्मीद होगी।