नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज वीडियो संदेश के माध्यम से तूतीकोरिन अंतर्राष्ट्रीय कंटेनर टर्मिनल का उद्घाटन किया और इसे भारत के समुद्री बुनियादी ढांचे की एक महत्वपूर्ण उपलब्धि बताया। इस अवसर पर प्रधानमंत्री ने कहा कि यह दिन भारत के विकसित राष्ट्र बनने की यात्रा का अहम पड़ाव है। उन्होंने बताया कि 14 मीटर से अधिक गहरे ड्राफ्ट और 300 मीटर से अधिक लंबे बर्थ के साथ, यह टर्मिनल वी.ओ. चिदंबरनार बंदरगाह की क्षमता को बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा, जिससे रसद लागत में कमी आएगी और विदेशी मुद्रा की बचत होगी।
प्रधानमंत्री ने तमिलनाडु के लोगों को बधाई देते हुए उन परियोजनाओं को याद किया, जिन्हें दो साल पहले शुरू किया गया था और अब तेजी से पूरा किया गया है। उन्होंने बताया कि इस टर्मिनल की एक प्रमुख उपलब्धि लैंगिक विविधता है, क्योंकि इसके 40% कर्मचारी महिलाएं हैं, जो समुद्री क्षेत्र में महिलाओं के नेतृत्व का प्रतीक है।
मोदी ने तमिलनाडु के समुद्र तट की आर्थिक विकास में महत्वपूर्ण भूमिका को रेखांकित किया। तीन प्रमुख बंदरगाहों और 17 गैर-प्रमुख बंदरगाहों के साथ, तमिलनाडु समुद्री व्यापार का केंद्र बन रहा है। भारत सरकार बंदरगाह आधारित विकास को प्रोत्साहित करने के लिए 7,000 करोड़ रुपये से अधिक का निवेश कर रही है।
Sharing my remarks during inauguration of new international container terminal at Thoothukudi port.https://t.co/MSYb6KQBjY
— Narendra Modi (@narendramodi) September 16, 2024
प्रधानमंत्री ने यह भी बताया कि वी.ओ. चिदंबरनार बंदरगाह को हरित हाइड्रोजन और अपतटीय पवन ऊर्जा के लिए नोडल केंद्र के रूप में मान्यता दी जा रही है, जो जलवायु परिवर्तन की चुनौतियों से निपटने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
उन्होंने जोर देकर कहा कि नवाचार और सहयोग भारत की विकास यात्रा की सबसे बड़ी ताकत हैं। मोदी ने कहा कि भारत वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला में प्रमुख हितधारक बन रहा है और यह बढ़ती क्षमता देश की आर्थिक वृद्धि की मजबूत नींव है। उन्होंने विश्वास जताया कि यह प्रगति भारत को जल्द ही विश्व की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की दिशा में ले जाएगी, जिसमें तमिलनाडु की भूमिका महत्वपूर्ण होगी।