नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव से पहले विपक्षी दलों के इंडिया गठबंधन को झटके पर झटके लगते जा रहे हैं। यूपी में पहले ही रालोद के जयंत चौधरी गठबंधन को अलविदा कह चुके हैं, वहीं अब राज्य में एक और बड़ा झटका लगने की अटकलें तेज हैं। सियासी गलियारों में चर्चा है कि समाजवादी पार्टी और कांग्रेस में सीट शेयरिंग पर बात नहीं बन रही है।
कांग्रेस और सपा के एक दूसरे को टाटा..बाय-बाय कहने की अटकलें तेज हैं। चर्चा है कि समाजवादी पार्टी और कांग्रेस के बीच सीट-बंटवारे पर आकर पेंच फंसा है। अखिलेश यादव की पार्टी ने 17 सीटों की पेशकश की है, लेकिन कांग्रेस ने अभी तक इसे स्वीकार नहीं किया है।
अखिलेश यादव अब तक राहुल गांधी के नेतृत्व वाली भारत जोड़ो न्याय यात्रा से भी दूर रहे हैं। जो इस समय उत्तर प्रदेश में चल रही है। यूपी के पूर्व सीएम ने कहा है कि लोकसभा चुनाव के लिए सीट-बंटवारे की व्यवस्था को अंतिम रूप देने के बाद उनकी पार्टी यात्रा में शामिल होगी।
अटकलें हैं कि इसके बाद कांग्रेस ने और सीटों की डिमांड की। जिसपर समाजवादी पार्टी ने आखिर में 17 सीटों की पेशकश की है। जिसके बाद से दोनों दलों में बातचीत रुकी हुई है। सीटों को लेकर जारी इस खींचतान के बीच समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता फखरुल हसन चांद ने एक्स पर पोस्ट किया कि अगर गठबंधन पटरी से उतरा तो कांग्रेस जिम्मेदार होगी।