नई दिल्ली: 20 अगस्त, 2024 को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और जापान के रक्षा मंत्री किहारा मिनोरू ने भारत-जापान 2+2 मंत्रिस्तरीय वार्ता के दौरान द्विपक्षीय बैठक की। इस बैठक में दोनों देशों के रक्षा मंत्रियों ने मौजूदा रक्षा सहयोग गतिविधियों की समीक्षा की और सहयोग को और अधिक बढ़ाने के तरीकों पर विस्तार से चर्चा की।
बैठक में भारत-जापान विशेष रणनीतिक और वैश्विक साझेदारी के तहत रक्षा और सुरक्षा से जुड़े विषयों की समीक्षा की गई। दोनों मंत्रियों ने आपसी द्विपक्षीय संबंधों को सुदृढ़ करने और क्षेत्रीय शांति में योगदान देने के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को पुनः दोहराया।
रक्षा मंत्रियों ने दोनों देशों के बीच रक्षा अभ्यासों और आदान-प्रदानों में आई बढ़ती विविधता और निरंतरता का स्वागत किया और इन गतिविधियों के विस्तार एवं जटिलता को बढ़ाने का संकल्प लिया। उन्होंने रक्षा उपकरण और प्रौद्योगिकी सहयोग के विस्तार के साथ-साथ महत्वपूर्ण और उभरती प्रौद्योगिकियों में आपसी सहयोग बढ़ाने पर भी सहमति व्यक्त की।
‘मेक-इन-इंडिया’ पर जोर देते हुए, दोनों मंत्रियों ने भारत और जापान के बीच औद्योगिक सहयोग के लिए सह-उत्पादन और सह-विकास में साझेदारी को और अधिक बढ़ाने के अवसरों पर चर्चा की।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने जोर देकर कहा कि भारत ने 2047 तक स्वतंत्रता के 100 वर्ष पूरे होने पर ‘विकसित भारत’ का लक्ष्य निर्धारित किया है, जिसमें घरेलू रक्षा क्षमताओं का निर्माण एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। उन्होंने कहा कि जापान के साथ रक्षा प्रौद्योगिकियों और उद्योग में साझेदारी इस लक्ष्य को प्राप्त करने की दिशा में महत्वपूर्ण होगी। दोनों मंत्रियों ने साल 2047 तक भारत के लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए इस साझेदारी के संबंध में एक दृष्टिकोण तैयार करने पर काम करने की प्रतिबद्धता जताई।