शेख हसीना के मुश्किल वक्त में भारत बना ढाल, इंडियन सिक्योरिटी एजेंसी ने निभाई अहम भूमिका- गंभीर थे 45 मिनट

नई दिल्ली: बांग्लादेश में इस वक्त हालात बेहद खराब हैं। प्रधानमंत्री शेख हसीना ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है, जिससे देश में अस्थिरता फैल गई है। जनता सड़कों पर उतर आई है और जगह-जगह सरकारी संपत्तियों को नुकसान पहुंचा रही है। इस बीच, भारत ने शेख हसीना की सुरक्षा के मामले में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। जब बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना ने देश छोड़कर भारत की ओर रुख किया, तो भारतीय सुरक्षा एजेंसियों ने सोमवार (5 अगस्त) की शाम को गाजियाबाद के हिंडन एयरबेस तक उनकी सुरक्षित उड़ान सुनिश्चित की।

कैसे हुआ सुरक्षा का इंतजाम?
शेख हसीना ने कॉल साइन AJAX के साथ C-130J परिवहन विमान में भारत के लिए उड़ान भरी, जिसे लगभग 3 बजे कम ऊंचाई पर भारतीय सीमा के पास उड़ते हुए देखा गया। भारतीय राडार ने विमान पर कड़ी नजर रखी क्योंकि यह विमान भारतीय हवाई क्षेत्र में प्रवेश कर रहा था और कोलकाता के ऊपर से उड़ान भर रहा था। इंडियन सिक्योरिटी एजेंसी को पहले से ही पता था कि विमान में कौन है।

मुश्किल समय में भारत की मदद
शीर्ष रक्षा सूत्रों के अनुसार, भारतीय वायु सेना के कर्मियों ने किसी भी आपात स्थिति में उड़ान में सहायता प्रदान करने के लिए दो राफेल लड़ाकू विमानों को भी सक्रिय किया। भारत ने बांग्लादेश के साथ भारतीय सीमा से लगभग 10 किमी दूर कॉल साइन AJAX1431 के साथ एक C-130 विमान की निगरानी शुरू की, जो दिल्ली की ओर जा रहा था। बांग्लादेश वायु सेना का विमान शाम 4 बजे के आसपास पटना पार कर गया था।

उच्च स्तरीय मीटिंग का आयोजन
इस दौरान, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल, सेना प्रमुख जनरल उपेन्द्र द्विवेदी, इंटेल एजेंसी प्रमुख और इंटीग्रेटेड डिफेंस स्टाफ प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल जेओ मैथ्यू सहित भारत के शीर्ष सुरक्षा अधिकारियों ने स्थिति का आकलन करने के लिए एक उच्च स्तरीय बैठक की। इस बैठक में बांग्लादेश की मौजूदा स्थिति का विश्लेषण किया गया और भविष्य की रणनीतियों पर विचार-विमर्श किया गया।

सुरक्षित पहुंच
फ्लाइट को शाम करीब 5:45 बजे हिंडन एयर बेस पर सुरक्षित रूप से उतरने की अनुमति दी गई और पूर्व बांग्लादेशी प्रधानमंत्री का एनएसए डोभाल ने स्वागत किया। उन्होंने डोभाल के साथ बांग्लादेश की मौजूदा स्थिति और भविष्य में उठाए जाने वाले कदमों पर चर्चा की।

भारत के इस सहयोग को बांग्लादेश की सरकार के लिए महत्वपूर्ण माना जा रहा है, जो इस समय गंभीर संकट का सामना कर रही है। इस प्रकार की आपातकालीन स्थितियों में भारत की तत्परता और सहयोग से दोनों देशों के बीच संबंधों की मजबूती भी उजागर होती है।

भारत-बांग्लादेश संबंध
भारत और बांग्लादेश के संबंध हमेशा से मजबूत रहे हैं, और ऐसे संकट के समय में भारत का समर्थन इस रिश्ते को और गहरा करता है। शेख हसीना की सुरक्षा सुनिश्चित करना दोनों देशों के लिए महत्वपूर्ण था और भारत ने इस संकट की घड़ी में अपनी मित्रता और सहयोग का शानदार उदाहरण पेश किया है।
इस स्थिति का प्रभाव केवल बांग्लादेश पर ही नहीं बल्कि पूरे क्षेत्र पर पड़ सकता है, इसलिए स्थिति पर नज़र बनाए रखना महत्वपूर्ण होगा। भारत की इस मदद से साबित होता है कि संकट के समय में दोस्त ही सबसे बड़ी ताकत होते हैं।

 

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