सिडनी। केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने सिडनी, ऑस्ट्रेलिया में व्यापार संवर्धन के लिए एक नए कार्यालय की स्थापना की घोषणा की है। इस कार्यालय का उद्देश्य दोनों देशों के निवेशकों और व्यवसायों के बीच सेतु का काम करना है। यह कार्यालय इन्वेस्ट इंडिया, एनआईसीडीसी, ईसीजीसी, व्यापार और पर्यटन से जुड़े अधिकारियों के साथ-साथ सीआईआई द्वारा निजी क्षेत्र का भी प्रतिनिधित्व करेगा।
गोयल ने ऑस्ट्रेलिया के व्यापार और पर्यटन मंत्री डॉन फैरेल के साथ एडिलेड में आयोजित एक संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में कहा कि इस पहल का उद्देश्य व्यापार, निवेश, पर्यटन और प्रौद्योगिकी के क्षेत्रों में भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच सहयोग को बढ़ाना है।
उन्होंने कहा कि भारत ‘मेक इन इंडिया’ के 10 वर्ष पूरे होने का उत्सव मना रहा है, जो विनिर्माण क्षेत्र में चुनौतियों का समाधान करने के लिए एक समग्र दृष्टिकोण प्रदान करता है। इसमें बुनियादी ढांचे के लिए ‘प्लग एंड प्ले’ मॉडल, अनुमोदन के लिए एकल खिड़की प्रणाली, अनुपालन बोझ को कम करने, नए क्षेत्रों में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (FDI) को प्रोत्साहित करने और स्टार्टअप इको-सिस्टम के विकास को प्रोत्साहित करने के प्रावधान शामिल हैं।
गोयल ने भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच प्रौद्योगिकियों और अवसरों के आदान-प्रदान पर जोर दिया और दोनों देशों के ‘मेक इन इंडिया’ और ‘मेक इन ऑस्ट्रेलिया’ कार्यक्रमों के बीच व्यापारिक सहयोग को बढ़ावा देने की बात कही।
उन्होंने बताया कि शिक्षा, कौशल विकास, निवेश, पर्यटन, महत्वपूर्ण खनिजों और स्थिरता के लिए हरित इको-सिस्टम जैसे क्षेत्रों में भी भागीदारी की काफी संभावनाएं हैं। साथ ही, मई 2022 से वरिष्ठ नेताओं की नौ बैठकों के साथ दोनों देशों के बीच अभूतपूर्व संबंध स्थापित हुए हैं।
गोयल ने बताया कि भारत और ऑस्ट्रेलिया व्यापक आर्थिक सहयोग समझौते (CECA) के माध्यम से आर्थिक सहयोग और व्यापार समझौते (ECTA) को और मजबूत करने की दिशा में काम कर रहे हैं। इस समझौते से दोनों देशों के बीच माल व्यापार में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है।
उन्होंने भारत की विकास यात्रा में ऑस्ट्रेलिया की महत्वपूर्ण भूमिका को भी रेखांकित किया और कहा कि भारत 4D के लाभ प्रदान करता है: लोकतंत्र, जनसांख्यिकीय लाभांश, मांग और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में निर्णायक नेतृत्व, जो देश में सुधार और बदलाव लाने के लिए तैयार है।