डायबिटीज यानी शुगर कभी न खत्म होने वाली बीमारी है। इसे सिर्फ कंट्रोल किया जा सकता है. इस बीमारी में खानपान का खास ख्याल रखना पड़ता है। खासकर टाइप 2 डायबिटीज में खाने को लेकर जरा सी भी लापरवाही खतरनाक हो सकती है।
डायबिटिक पेशेंट्स के मन में अक्सर एक सवाल उठता है कि वे आलू खा सकते हैं या नहीं. क्या आलू खाना उनके लिए नुकसानदायक हो सकता है, अगर नहीं तो उसे अपनी डाइट में कैसे शामिल कर सकते हैं। आइए जानते हैं एक्सपर्ट्स से…
डायबिटीज में आलू खाएं या नहीं
एक्सपर्ट्स के मुताबिक, टाइप 2 डायबिटीज के मरीज सही मात्रा में आलू का सेवन कर सकते हैं. आलू में अनाज वाले गुण पाए जाते हैं। इसमें हार्ड कार्बोहाइड्रेट और स्टार्च पाया जाता है. इसमें पोटेशियम, मैग्नीशियम, फास्फोरस, आयरन और जिंक जैसे पोषक तत्व भी पाए जाते हैं. एक्सपर्ट्स का कहना है कि अगर इन सभी पोषक तत्वों से भरपूर आलू का सही तरह सेवन करते हैं तो ब्लड शुगर बढऩे का रिस्क कम हो सकता है।
आलू से अन्य फायदे
नए आलू का सेवन डायबिटीज के मरीजों के लिए फायदेमंद हो सकता है. इसका ग्लाइसेमिक इंडेक्स 70 के करीब होता है. माना जाता है कि 70 से ज्यादा ग्लाइसेमिक इंडेक्स वाले फूड्स सेहत को नुकसान पहुंचा सकते हैं। आलू का ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम करने के लिए उसे पत्तेदार सब्जियों के साथ खा सकते हैं। टाइप 2 डायबिटीज के मरीज दिन में कम से कम 200 ग्राम तक कार्बोहाइड्रेट का सेवन कर सकते हैं।
आलू कैसे खाना चाहिए
एक्सपर्ट्स के मुताबिक, आलू हमेशा दूसरी सब्जियों के साथ ही खाना चाहिए। ब्रेकफास्ट में आलू-पूरी खा सकते हैं. एंटीऑक्सीडेंट वाले आलू में विटामिन सी पाया जाता है। इसके अलावा आलू की सब्जी, मटर, गोभी और बैंगन के साथ भी खा सकते हैं. इसमें इलेक्ट्रोलाइट दिल, मांसपेशियों, तंत्रिका तंत्र के लिए फायदेमंद हो सकता है। आलू के छिलके में फाइबर मिलता है, जो पाचन के लिए सही है और वजन को कम कर सकता है। हालांकि, आलू का सेवन डॉक्टर की सलाह पर ही करना चाहिए।