आजकल भागदौड़ भरी जिंदगी में हेल्थ पर ध्यान दे पाना सबसे चुनौती का काम है। अनहेल्दी खानपान और अस्त-व्यस्त लाइफस्टाइल की वजह से मोटापा और कई तरह की समस्याएं होने लगती है. शरीर का वजन बढऩे से कई बीमारियां घेर लेती हैं. इसलिए वजन कम करने पर ज्यादा फोकस करने की सलाह दी जाती है। इसके लिए डाइट और एक्सरसाइज के साथ-साथ हेल्दी लाइफस्टाइल को फॉलो करना चाहिए. बहुत से लोग फ्रूट जूस पीकर वेट लॉस करने की कोशिश करते हैं, जो गलत तरीका माना जाता है. ऐसे में आइए जानें कि मोटापा कम करने के लिए फलों का सेवन किस तरह करना चाहिए।
वजन कम करने में जूस की भूमिका
बहुत से लोग वजन कम करने के लिए जूस पीना पसंद करते हैं. फलों,सब्जियों और हर्ब्स के साथ मसालें और आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियां मिलाकर कई तरह के वेट लॉस जूस बनाए जाते हैं. हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक, बहुत से लोग इसी गलतफहमी में रहते हैं कि फलों का जूस पीकर वे अपना वजन कम कर सकते हैं. लेकिन ऐसा नहीं है क्योंकि वेट लॉस में फ्रूट जूस पीने से नुकसान भी हो सकते हैं।
फ्रूट जूस पीने से क्यों नहीं कम होता वजन
कुछ अध्ययनों में पाया गया है कि फ्रूट जूस पीने से शरीर का वजन बढ़ सकता है. जिसका सेहत पर गंभीर असर पड़ सकता है. अध्ययनों के अनुसार, ऐसे लोग जो लिक्विड डाइट लेते हैं या सिर्फ फ्रूट जूस ही पीते हैं, उन्हें कुछ समय बाद मोटापा घेर सकता है.बच्चों में मोटापे का जोखिम ज्यादा होता है। अब सवाल कि हेल्दी होने के बावजूद फ्रूट जूस पीने से वजन क्यों बढ़ता है तो बता दें कि फलों में फ्रूक्टोज नाम का नेचुरल शुगर पाया जाता है, जो फलों का स्वाद मीठा बनाता है. फलों का जूस निकालने के बाद भी ये नेचुरल शुगर जूस में ही रह जाती है और इसे पीने से कैलोरी बढ़ जाती है। ये कैलोरी पेट में फैट बनकर जमा हो जाती है, जिससे वजन बढ़ता रहता है।
वजन कम करने फलों का सेवन कैसे करें
हेल्थ एक्सपर्ट्स के अनुसार, फ्रूट जूस पीने की बजाय फलों को काटकर खाना ज्यादा फायदेमंद होता है. जब फलों का जूस निकाला जाता है तब उन्हें पीसा या कुचला जाता है और फिर छानकर अलग कर लिया जाता है. इससे फलों में मौजूद फाइबर अलग हो जाता है। डाइटरी फाइबर शरीर का मेटाबॉलिज्म बढ़ाकर वेट लॉस में मदद करता है। यही कारण है कि जूस पीने से फाइबर के फायदे नहीं मिल पाते हैं।