एक स्थानीय की नज़र से देहरादून की वो अनदेखी जगहें, जहाँ सुकून, हरियाली और सच्ची खूबसूरती मिलती है।
प्रियांश कुकरेजा
“देहरादून, उत्तराखंड की राजधानी, एक ऐसा शहर है जो अपनी ठंडी हवा, हरे-भरे पेड़ों, खूबसूरत पहाड़ियों, और शांति से बहते झरनों के लिए जाना जाता है। यहाँ की वादियाँ इतनी सुंदर हैं कि हर घूमने वाला बार-बार आने का मन बना लेता है। यह जगह उन लोगों के लिए खास “जो लोग शांत और सुंदर जगहों पर आराम करना चाहते हैं।
“लेकिन देहरादून सिर्फ रोबर्स केव, मसूरी या सहस्त्रधारा तक सीमित नहीं है, बल्कि यह शहर अपने भीतर कई ऐसे छुपे हुए स्थान है जिन्हें केवल एक स्थानीय ही पूरी तरह समझ सकता है। खालंगा वॉर मेमोरियल, जहाँ गोरखा सैनिकों की वीरता की गूंज आज भी सुनाई देती है, मालदेवता की शांत बहती नदी और हरियाली जो मन को सुकून देती है, और शिखर फॉल्स और किमादी वॉटरफॉल जैसे ट्रेकिंग स्पॉट जो भीड़ से दूर हैं और प्रकृति के करीब। लांडूर जहा सालों भर मौसम बहुत ही प्यारा रहता है थानों गांव की ताजी हवा और पक्षियों की आवाजाई देखने को मिलती हैं, वहीं FRI की पीछे छुपी वाल्किंग पथ आपको हर कदम पर हरियाली का एहसास कराती हैं। और तपकेश्वर मंदिर के आगे के जंगलों में जो शांत नदी बहती है, वो शब्दों मे बयान नही हो सकती है। देहरादून सिर्फ एक हिल स्टेशन नहीं, कहानियों और एहसासों से भरा एक जादुई शहर है—जहाँ हर मोड़ पर कुछ नया देखने, सुनने और महसूस करने को मिलता है।
लेकिन एक स्थानीय होने के नाते मैं यही कहूंगा कि जैसे-जैसे बाहर से लोग इन जगहों पर आ रहे हैं, वैसे-वैसे हमें सफ़ाई और पर्यावरण की सुरक्षा का और अधिक ध्यान रखना चाहिए। कृपया जहां भी जाएं, प्लास्टिक का इस्तेमाल न करें, कचरा खुले में न फेंके और इन खूबसूरत जगहों को वैसा ही रहने दें जैसा आपने पहली बार देखा—शुद्ध, शांत और स्वच्छ।