वहीं आप सांसद संजय सिंह ने भी कहा कि संदीप पाठक और सुशील गुप्ता ने साफ कर दिया है कि हम पूरी तरह से तैयार हैं और हमने अपनी सीटों की घोषणा या चुनाव लड़ने की प्रक्रिया पूरी कर ली है। जैसे ही पार्टी संगठन और राष्ट्रीय अध्यक्ष अरविंद केजरीवाल से अनुमति मिलेगी, हम चुनाव लड़ेंगे। आप एक राष्ट्रीय राजनीतिक पार्टी है, हरियाणा में हमारा संगठन मजबूत है…नामांकन की आखिरी तारीख 12 सितंबर है। हमारे पास पर्याप्त समय नहीं है।
जानकारी के अनुसार, कांग्रेस आप को छह विधानसभा सीटें देने पर सहमत हो गई है। इसके अलावा कांग्रेस ने सपा को भी दो सीटें दी हैं। संभावना थी कि सोमवार को गठबंधन का एलान हो सकता है। लेकिन इससे पहले ही सुशील गुप्ता के बयान ने संशय बढ़ा दिया है।
शनिवार के बाद रविवार को भी हरियाणा कांग्रेस के प्रभारी दीपक बाबरिया और आप नेता राघव चड्ढा के बीच बैठक हुई थी। सूत्रों का दावा है कि आप दस सीटें मांग रही थी, लेकिन कांग्रेस ने उनको इतनी सीटें देने से साफ इन्कार दिया। कांग्रेस ने छह सीटों का ऑफर किया, जिस पर आप ने सहमति जताई थी। सूत्रों के अनुसार पंजाब के साथ लगी पिहोवा, कलायत, जींद और एनसीआर में गुरुग्राम, ओल्ड फरीदाबाद और पानीपत ग्रामीण विधानसभा सीट आप को देने पर सहमति बनी है।
उधर, आप की ओर से पंजाब के साथ ही लगती गुहला चीका सीट भी मांगी है, लेकिन इस पर सहमति नहीं बनी है। सूत्रों के अनुसार कांग्रेस ने समाजवादी पार्टी को भी दो सीटें हैं। एनसीआर में शामिल हथीन और सोहना विधानसभा सीटें सपा के खाते में जा सकती हैं।