प्रौद्योगिकी आधारित युद्धक्षेत्र में त्वरित निर्णय लेने की क्षमता को बढ़ाने के लिए भविष्य के रणनीतिक नेतृत्व की आवश्यकता: सीडीएस जनरल अनिल चौहान
नई दिल्ली। चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) जनरल अनिल चौहान ने आधुनिक प्रौद्योगिकी आधारित युद्धक्षेत्र में तेजी से निर्णय लेने की क्षमता को बढ़ाने के लिए भविष्य के रणनीतिक नेताओं की आवश्यकता पर जोर दिया। 27 सितंबर 2024 को प्रथम ट्राई सर्विसेज फ्यूचर वारफेयर कोर्स के समापन पर अपने भाषण में उन्होंने कहा कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI), मशीन लर्निंग (ML), स्टील्थ टेक्नोलॉजी, हाइपरसोनिक्स और रोबोटिक्स जैसी उन्नत तकनीकों से भविष्य के युद्धों का स्वरूप तय होगा।
उन्होंने कहा कि बदलते सुरक्षा परिवेश, प्रौद्योगिकी का प्रसार और हाल के युद्धों से मिली सीख के मद्देनजर ऐसे नेतृत्व की आवश्यकता है जो आधुनिक युद्ध की जटिलताओं को समझे। इस कोर्स में वायु और अंतरिक्ष युद्ध, गैर-गतिज युद्ध, समुद्री संचालन और बहु-डोमेन संचालन जैसे प्रमुख क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित किया गया।
तकनीकी रूप से कुशल सैन्य कमांडरों की तैयारी
सीडीएस जनरल अनिल चौहान ने कहा कि यह पाठ्यक्रम भविष्य के युद्धों में प्रभावी नेतृत्व सुनिश्चित करेगा, और इसके माध्यम से तीनों सेनाओं के बीच मजबूत सहयोग, संयुक्त सैन्य क्षमताओं और उन्नत प्रौद्योगिकियों को बढ़ावा मिलेगा।