वैश्विक समस्याओं के स्थानीय समाधान पर ध्यान केंद्रित करें: प्रधानमंत्री मोदी

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज अपने आवास 7, लोक कल्याण मार्ग पर अनुसंधान नेशनल रीसर्च फाउंडेशन (एएनआरएफ) के शासी बोर्ड की पहली बैठक की अध्यक्षता की। इस बैठक में भारत के विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिदृश्य तथा अनुसंधान एवं विकास कार्यक्रमों को फिर से तैयार करने पर चर्चा की गई।

प्रधानमंत्री ने कहा कि अनुसंधान के क्षेत्र में यह एक नई शुरुआत है। उन्होंने अनुसंधान परितंत्र में बाधाओं की पहचान करने और उन्हें दूर करने की आवश्यकता पर जोर दिया। प्रधानमंत्री ने कहा कि अनुसंधान का ध्यान मौजूदा वैश्विक समस्याओं के समाधान पर होना चाहिए, लेकिन समाधान भारतीय जरूरतों के अनुसार स्थानीय होना चाहिए।

संस्थानों के उन्नयन पर जोर
प्रधानमंत्री मोदी ने अनुसंधान संस्थानों के उन्नयन और मानकीकरण पर बल दिया। उन्होंने विशेषज्ञता के आधार पर विषय विशेषज्ञों की सूची तैयार करने का सुझाव दिया और शोध एवं विकास की निगरानी के लिए एक डैशबोर्ड विकसित करने की बात कही। प्रधानमंत्री ने अनुसंधान के लिए संसाधनों के वैज्ञानिक उपयोग और निगरानी की आवश्यकता पर भी जोर दिया।

अटल टिंकरिंग प्रयोगशालाओं पर चर्चा
अटल टिंकरिंग प्रयोगशालाओं के प्रभावों पर चर्चा करते हुए प्रधानमंत्री ने सुझाव दिया कि इन प्रयोगशालाओं की ग्रेडिंग की जा सकती है। उन्होंने पर्यावरण परिवर्तन, ईवी बैटरी सामग्री और प्रयोगशाला में निर्मित हीरों जैसे क्षेत्रों में शोध को बढ़ावा देने की बात कही।

हब और स्पोक मोड में कार्यक्रम
बैठक में निर्णय लिया गया कि एएनआरएफ एक कार्यक्रम शुरू करेगा जिसमें प्रारंभिक अनुसंधान करने वाले विश्वविद्यालयों को शीर्ष संस्थानों के साथ जोड़कर उन्हें मेंटरशिप प्रदान की जाएगी। साथ ही, ट्रांसलेशनल अनुसंधान और उद्योग-अनुकूल शोध को बढ़ावा देने पर जोर दिया गया।

अनुसंधान और नवाचार को प्रोत्साहन
एएनआरएफ चुनिंदा क्षेत्रों जैसे इलेक्ट्रिक वाहन, सौर ऊर्जा, स्वास्थ्य प्रौद्योगिकी, और सतत कृषि में समाधान-केंद्रित अनुसंधान पर मिशन मोड में काम करेगा। यह प्रयास आत्मनिर्भर भारत की दिशा में योगदान देगा। शासी निकाय ने यह भी निर्देश दिया कि एएनआरएफ की रणनीतियों को विकसित भारत 2047 के लक्ष्यों के अनुरूप बनाना चाहिए।

उद्योग-शिक्षा सहयोग पर बल
बैठक में उद्योग जगत की भागीदारी और मौलिक शोध को बढ़ावा देने के साथ-साथ लचीले और पारदर्शी वित्त पोषण तंत्र की आवश्यकता पर भी चर्चा की गई। मानविकी और सामाजिक विज्ञान में अंतःविषय अनुसंधान के लिए उत्कृष्टता केंद्र स्थापित करने का निर्णय लिया गया।

अनुसंधान नेशनल रीसर्च फाउंडेशन के बारे में
एएनआरएफ की स्थापना भारत के विश्वविद्यालयों, कॉलेजों, शोध संस्थानों और अनुसंधान एवं विकास प्रयोगशालाओं में अनुसंधान और नवाचार को बढ़ावा देने के उद्देश्य से की गई है। यह संस्था उद्योग, शिक्षा और सरकारी विभागों के बीच सहयोग को सशक्त करने के लिए कार्य करती है।

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