नई दिल्ली। पूर्वोत्तर राज्यों में भारी बारिश जारी है, मणिपुर और असम में बाढ़ की स्थिति गंभीर बनी हुई है. दोनों राज्यों में दर्जनों लोगों की जान चली गई है और हजारों लोगों को राहत शिविरों में ले जाया गया है क्योंकि बाढ़ से घरों को नुकसान पहुंचा है. अधिकारियों ने पुष्टि की कि दोनों राज्यों में बाढ़ से संबंधित घटनाओं में मरने वालों की कुल संख्या बुधवार को 48 हो गई.
असम और मणिपुर दोनों राज्यों में भारी बारिश जारी है और भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने इस हफ्ते सभी पूर्वोत्तर राज्यों के लिए रेड अलर्ट जारी किया है. सेना, असम राइफल्स, राज्य पुलिस, मणिपुर अग्निशमन सेवा, एनडीआरएफ और एसडीआरएफ कर्मियों और स्थानीय स्वयंसेवकों ने बाढ़ प्रभावित लोगों को बचाने के साथ-साथ पैक की गई पानी की बोतलें और भोजन के पैकेट वितरित करने के लिए नावों का इस्तेमाल किया.
असम में 46 लोगों की मौत
दोनों राज्यों में बाढ़ से संबंधित कुल 48 मौतें हुई हैं, जिनमें असम में 46 और मणिपुर में दो मौतें हुई हैं. बुधवार को असम में बाढ़ के पानी में डूबने से आठ लोगों की मौत हो गई, जबकि मणिपुर में दो लोग डूब गए. असम में समग्र बाढ़ की स्थिति अभी भी गंभीर है क्योंकि बाढ़ की दूसरी लहर से 29 जिलों के 16.25 लाख से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं. इस बीच, मणिपुर में 2000 से अधिक लोगों को भारी बाढ़ वाले इलाकों से निकाला गया है.
हजारों घर क्षतिग्रस्त
105 राजस्व मंडलों के तहत 2800 गांव अभी भी पानी में डूबे हुए हैं और बाढ़ के पानी से 39451.51 हेक्टेयर फसल क्षेत्र डूब गया है. असम में, 24 बाढ़ प्रभावित जिलों में प्रशासन की तरफ से स्थापित 515 राहत शिविरों और वितरण केंद्रों में 3.86 लाख से अधिक लोग शरण ले रहे हैं. पिछले 24 घंटों में, बाढ़ के पानी ने मणिपुर और असम दोनों में सैकड़ों सड़कों, दर्जनों पुलों और हजारों घरों को क्षतिग्रस्त कर दिया है. ब्रह्मपुत्र नदी और उसकी सहायक नदियों का जल स्तर इस सप्ताह खतरे के स्तर को पार कर गया, जिससे आसपास के इलाकों में भारी तबाही हुई.