जम्मू। जम्मू-कश्मीर और हरियाणा विधानसभा चुनावों के नतीजे घोषित हो चुके हैं। हरियाणा में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने सत्ता विरोधी लहर को बेअसर करते हुए शानदार जीत हासिल की और लगातार तीसरी बार सत्ता में वापसी की है। वहीं, जम्मू-कश्मीर में 2019 में अनुच्छेद-370 हटने के बाद पहली बार हुए विधानसभा चुनावों में नेशनल कॉन्फ्रेंस (एनसी)-कांग्रेस गठबंधन ने जीत दर्ज की है।
जम्मू-कश्मीर में सरकार बनाने की तैयारी
जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनावों के नतीजे आने के बाद अब सरकार गठन की तैयारियां शुरू हो गई हैं। नेशनल कॉन्फ्रेंस के मुखिया फारूक अब्दुल्ला ने इस मौके पर कहा कि राज्य से विस्थापित हुए लोग अब वापस लौटेंगे। उन्होंने कहा, “जो लोग अपना घर-बार छोड़कर चले गए थे, वे अब वापस आएंगे और अपने घरों को संभालेंगे।”
विस्थापितों को घर वापसी का आह्वान
फारूक अब्दुल्ला ने कहा, “हमें उम्मीद है कि हमारे भाई-बहन, जो यहां से गए थे, अब लौट आएंगे। कश्मीरी पंडितों के साथ-साथ जम्मू के लोगों के बारे में भी हमें सोचना होगा। हमें उनके साथ अच्छा व्यवहार करना चाहिए ताकि उन्हें यह महसूस हो कि नेशनल कॉन्फ्रेंस की सरकार उनकी दुश्मन नहीं है। हम सभी भारतीय हैं और एक साथ आगे बढ़ना चाहते हैं।”
जम्मू-कश्मीर में नेशनल कॉन्फ्रेंस-कांग्रेस गठबंधन की जीत
जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनावों में नेशनल कॉन्फ्रेंस और कांग्रेस गठबंधन ने 90 में से 48 सीटों पर जीत दर्ज की है, जिससे गठबंधन अब सरकार बनाने की ओर बढ़ रहा है।
अनुच्छेद-370 बना रहेगा एक मुद्दा
नेशनल कॉन्फ्रेंस ने अपनी जीत के बाद स्पष्ट किया है कि अनुच्छेद-370 उनके लिए हमेशा एक महत्वपूर्ण मुद्दा रहेगा। उमर अब्दुल्ला ने कहा, “अनुच्छेद-370 की बहाली की मांग करना जरूरी है, भले ही इसे हमसे छीना गया हो। हम इस मुद्दे को लगातार उठाते रहेंगे।”