वियना अंतर्राष्ट्रीय कला महोत्सव के संगीत प्रतियोगिता में भारत की इरा शिंदे और वंशी मुदालियार ने 10 से 14 वर्ष की आवाज श्रेणी में रजत पदक जीता है, जबकि अलाभ्या काम्बले ने कांस्य पदक हासिल किया। इसके अलावा, 15 से 19 वर्ष की आवाज श्रेणी में प्रतिभा काडू ने भी कांस्य पदक जीता। इन सभी प्रतिभाशाली लड़कियों को सुश्री राहेल शेकातकर द्वारा प्रशिक्षित किया गया था।
यह प्रतिष्ठित प्रतियोगिता 5 से 10 अगस्त, 2024 के बीच वियना में आयोजित की गई, जिसमें 20 से अधिक देशों के प्रतिभागियों ने भाग लिया। दुनियाभर से प्रतिभाशाली संगीतकारों को एक साथ लाने वाले इस महोत्सव ने संगीत प्रतियोगिता का आयोजन वियना शहर में किया था, जो दो राउंड में विभाजित थी। पहले राउंड में प्रतिभागियों को अपने प्रदर्शन की वीडियो रिकॉर्डिंग जमा करनी थी, जबकि दूसरा राउंड 5 से 10 अगस्त, 2024 के बीच वियना में आयोजित हुआ। इस प्रतियोगिता का समापन 10 अगस्त, 2024 को वियना में ग्रैंड फिनाले कॉन्सर्ट के साथ हुआ।
संगीत प्रतियोगिता में कई श्रेणियां थीं, जिनमें पियानो, स्ट्रिंग्स, वुडविंड्स, ब्रास, चैंबर म्यूज़िक, और सोलो वॉइस शामिल थे। प्रत्येक श्रेणी में विभिन्न संगीत कालों जैसे बैरोक, क्लासिकल, रोमांटिक, और समकालीन संगीत पर आधारित प्रदर्शन आवश्यक थे।
यह प्रतियोगिता विभिन्न आयु वर्ग के संगीतकारों के लिए आयोजित की गई थी, जिसमें प्रत्येक प्रदर्शन के लिए विशिष्ट समय सीमा निर्धारित की गई थी। सोलो इंस्ट्रूमेंट और चैंबर म्यूजिक के लिए समय सीमाएं निम्नलिखित थीं:
- आयु समूह ए (6-9 वर्ष): 3-5 मिनट
- आयु समूह बी (10-14 वर्ष): 5-8 मिनट
- आयु समूह सी (15-19 वर्ष): 8-15 मिनट
- आयु समूह डी (20-27 वर्ष): 15-25 मिनट
भारतीय छात्राओं ने वियना अंतर्राष्ट्रीय कला महोत्सव में अपने शानदार प्रदर्शन से देश का नाम रोशन किया है।