पर्यावरण दिवस एक दिन नहीं,पूरे 365 दिन मनाये जाने कीआवश्यकता – महामंडलेश्वर मां ध्यानमूर्ति

मां ध्यानमूर्ति सत्संग सेवा संस्थान के तत्वावधान में कदंब पथ योजना के सौंदर्यीकरण कार्य का शुभारंभ
हम पर्यावरण की रक्षा करेंगे तभी वह हमारी रक्षा करेगा

सतीश मुखिया मथुरा- मथुरा-वृन्दावन मार्ग पर जिला प्रशासन,मथुरा एवं मां ध्यानमूर्ति सत्संग सेवा संस्थान के तत्वावधान में कदंब पथ योजना के सौंदर्यीकरण कार्य का शुभारंभ कई प्रख्यात संतों, विद्वानों एवं धर्माचार्यों के सानिध्य में बड़े ही हर्षोल्लास एवं धूमधाम के साथ किया गया।जिसके अंतर्गत श्रीकृष्ण गौशाला में आयोजित पर्यावरण संगोष्ठी में अपने विचार व्यक्त करते हुए महामंडलेश्वर मां ध्यानमूर्ति महाराज ने कहा कि यदि हम पर्यावरण की रक्षा करेंगे तभी पर्यावरण हमारी रक्षा करेगा।इसीलिए हमें प्रकृति की रक्षा करनी होगी,तभी समस्त जीव सुरक्षित रह पाएंगे।

आगरा कमिश्नर शैलेंद्र कुमार सिंह ने कहा कि पर्यावरण दिवस एक दिन नहीं बल्कि वर्ष के 365 दिन मनाये जाने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा सभी के प्रयास से पर्यावरण संरक्षण की मुहिम को सार्थक किया जा सकता है।

डीआईजी शैलेश कुमार पांडेय ने कहा कि ब्रज के द्वादश वनों में एक वृंदावन है। यहाँ मंदिरों में आयोजित होेने वाले फूल बंगला, कली शृंगार, झूला एवं जल विहार आदि परम्पराओं से आज भी यहाँ पर्यावरण के साथ समन्वय समझा जा सकता है।

अध्यक्षता करते हुए महामंडलेश्वर स्वामी राधाप्रसाद देवजू महाराज ने कहा कि हमें अपनी परम्पराओं को आत्मसात कर पर्यावरण संरक्षण के लिये आगे आना चाहिये। पर्यावरण का अर्थ संपूर्ण प्राकृतिक परिवेश से है, जिसमें हम रहते हैं। इसमें हमारे चारों ओर के सभी जीवित और निर्जीव तत्व जैसे कि हवा, पानी, मिट्टी, पेड़-पौधे, जानवर और अन्य जीव-जंतु आदि शामिल होते हैं।

महामंडलेश्वर स्वामी डाॅ. सत्यानंद सरस्वती अधिकारी गुरूजी ने कहा कि पर्यावरण के घटक परस्पर एक-दूसरे के साथ जुड़कर एक समग्र तंत्र का निर्माण करते हैं।

महंत मोहिनी बिहारी शरण महाराज ने कहा कि प्राकृतिक संसाधनों के दोहन और मानव जीवन शैली के लिए इनके गलत उपयोग से पर्यावरण प्रदूषित हो रहा है।

इस अवसर पर वरिष्ठ साहित्यकार डाॅ. गोपाल चतुर्वेदी, प्रमुख समाजसेवी विष्णु शर्मा, कालीचरण सिंह, महामंडलेश्वर स्वामी डॉ. आदित्यनाथ गिरि महाराज, महामंडलेश्वर रामदास महाराज, पंडित बिहारीलाल वशिष्ठ, गौरांग दास महाराज, सौरभ गौड़, देवानंद वन महाराज, डॉ. वर्तिका किशोर, डॉ.विनय , डाॅ. नीलिमा, डाॅ. प्रेरणा, डाॅ. ज्योति, डॉ. अल्पना, डॉ. पुष्पा, विनय कुमार गौतम, अशोक श्रीवास्तव, रामबाबू शर्मा, सुरेशचंद्र शर्मा, महेश भारद्वाज, आचार्य बद्रीश, मुकेश कृष्ण शर्मा, दिनेश फलाहारी महाराज, जितेंद्र कुमार गौतम, चैतन्य कृष्ण, मनतोष महाराज, डाॅ. राधाकांत शर्मा, बालव्यास ध्रुव शर्मा, श्रीदास प्रजापति, दीनू पंडित आदि के अलावा विभिन्न क्षेत्रों के तमाम गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे। संचालन मां ध्यानमूर्ति सत्संग सेवा संस्थान के सचिव डाॅ. हरिओम शास्त्री ने किया।

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