नई दिल्ली। आम आदमी पार्टी की नेता आतिशी की मुश्किलें बढ़ती नजर आ रही हैं। चुनाव आयोग ने आतिशी को नोटिस जारी किया है। चुनाव आयोग ने दिल्ली सरकार की मंत्री आतिशी को उस बयान के लिए नोटिस जारी किया है, जिसमें उन्होंने दावा किया था कि भारतीय जनता पार्टी ने उनसे अपने खेमे में शामिल होने के लिए संपर्क किया था। नोटिस में चुनाव आयोग ने निर्देश दिया है कि आतिशी ठोस सबूतों के साथ अपने आरोपों की पुष्टि करें।
आतिशी ने दावा किया था कि उन्हें और तीन अन्य आप नेताओं (सौरभ भारद्वाज, राघव चड्ढा और दुर्गेश पाठक) को सलाह दी गई थी कि वे बीजेपी में शामिल हों या फिर एक महीने में प्रवर्तन निदेशालय (ED) द्वारा गिरफ्तार किए जाने के लिए तैयार रहें। उन्होंने दावा किया था कि भगवा पार्टी (BJP) ने एक ‘बहुत करीबी’ व्यक्ति के माध्यम से उनसे इसमें शामिल होने के लिए संपर्क किया था।
बीते बुधवार को दिल्ली BJP प्रमुख वीरेंद्र सचदेवा ने कहा था कि आतिशी को सार्वजनिक माफी की मांग करते हुए मानहानि का नोटिस भेजा गया है। उन्होंने कहा, ‘आतिशी (Atishi) इस बात का सबूत देने में विफल रहीं कि उनसे किसने, कैसे और कब संपर्क किया। ‘आप’ दिल्ली में संकट से गुजर रही है, यही वजह है कि वे हताशा में इस तरह के निराधार आरोप लगा रहे हैं। हालांकि हम उन्हें इससे बच निकलने नहीं देंगे।’
मानहानि नोटिस में क्या?
2 अप्रैल को जारी मानहानि नोटिस में कहा गया है, ‘आपसे अनुरोध है कि आप उस भाषण को तुरंत वापस लें और अपनी माफी को टेलीविजन और सोशल मीडिया पर प्रमुखता से प्रसारित करें। ऐसा न करने पर मेरे मुवक्किल को आपके खिलाफ आपराधिक और नागरिक दोनों कार्यवाही शुरू करने के लिए बाध्य किया जाएगा।