नई दिल्ली। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने सोमवार, 20 मई को केंद्रीय गृह मंत्रालय को पत्र लिखकर दावा किया है कि दिल्ली और पंजाब में सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी (आप) ने एफसीआरए का उल्लंघन कर विदेश से 7 करोड़ रुपये से अधिक का कोष हासिल किया है. ईडी ने यह पत्र पंजाब में आप के पूर्व विधायक सुखपाल सिंह खैरा और अन्य के खिलाफ मादक पदार्थ से जुड़े धन शोधन के मामले की जांच के तहत कुछ दस्तावेज व ईमेल मिलने के बाद मंत्रालय को लिखा.
आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक ईडी ने पिछले साल अगस्त में केंद्रीय गृह मंत्रालय को एक विस्तृत पत्र भेजा था जिसमें ‘आप’ द्वारा नियमों के कथित उल्लंघन को रेखांकित किया गया है और इसे विदेशी अंशदान विनियमन अधिनियम (एफसीआरए) और जनप्रतिनिधिन कानून के उल्लंघन की श्रेणी में रखा गया है. कहा जा रहा है कि जांच एजेंसी ने हाल में इस मामले से संबंधित कुछ नई जानकारियां केंद्रीय गृह मंत्रालय के साथ साझा की हैं।
ईडी ने पाया कि आप को अब तक लगभग 7.08 करोड़ रुपये का विदेशी चंदा मिला है और उसने कुछ अन्य विवरणों के अलावा ‘विदेशी दानदाताओं की पहचान और राष्ट्रीयता की कथित तौर पर गलत घोषणा की है और उनकी पहचान में हेरफेर’ की है।
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि ईडी ने मंत्रालय को दानदाताओं के सत्यापित नाम, उनकी राष्ट्रीयता, पासपोर्ट संख्या, दान की गई राशि, दान का तरीका और प्राप्तकर्ता के बैंक खाता संख्या, बिलिंग नाम, पता, फोन नंबर, ईमेल, चंदा देने का समय और तारीख और भुगतान के लिए उपयोग किए गए गेटवे की जानकारी दी है. एजेंसी ने मंत्रालय से कहा है कि 2015 और 2016 के बीच अमेरिका और कनाडा में ‘आप’ की विदेशी शाखा के स्वयंसेवकों के माध्यम से पार्टी द्वारा चंदा इकट्ठा करने के लिए आयोजित किए कुछ कार्यक्रम कथित रूप से एफसीआरए का उल्लंघन करते थे।
ईडी ने गृह मंत्रालय को यह भी सूचित किया कि कनाडा के कुछ लोगों के नाम और उनकी राष्ट्रीयता को पार्टी के वित्तीय रिकॉर्ड में छुपाया गया है ताकि पार्टी के भारतीय बैंक खातों मे आए विदेशी चंदे को छुपाया जा सके. एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि एफसीआरए उल्लंघन के मामलों की जांच केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) करता है और गृह मंत्रालय उसे पत्र लिखकर ईडी द्वारा लगाए गए इन आरोपों की जांच को कह सकता है।