नई दिल्ली। दिल्ली शराब घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में प्रवर्तन निदेशालय ने अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) को गिरफ्तार कर लिया है। ED ने दिल्ली में CM आवास पर 2 घंटे से ज्यादा समय तक पूछताछ के बाद केजरीवाल को गिरफ्तार किया है। केजरीवाल ने जांच एजेंसी के समन को 9 बार नजरअंदाज किया और पूछताछ के लिए नहीं पहुंचे। लगातार भेजे जा रहे समन पर भी जब केजरीवाल जांच एजेंसी के पास नहीं गए तो ED ने कोर्ट का भी दरवाजा खटखटाया। केजरीवाल को जब वहां भी राहत नहीं मिली, तब उन्होंने हाईकोर्ट का भी दरवाजा खटखटाया और वहां से भी उन्हें झटका मिला।
शराब घोटाला आखिर है क्या?
दिल्ली की केजरीवाल सरकार 2021-22 में नई शराब नीति लेकर आई थी, जिसमें घोटाले के आरोप लगे। मामले में दिल्ली के LG वीके सक्सेना (LG VK Saxena) ने CBI जांच की शिफारिश कर दी। जिस समय नई शराब नीति लागू हुई, उस समय मनीष सिसोदिया डिप्टी सीएम थे और उनके पास ही दिल्ली का आबकारी विभाग भी था। शराब घोटाले के चलते ही मनीष सिसोदिया बीते साल फरवरी में गिरफ्तार हुए और अब तक जेल में हैं। दिल्ली सरकार ने 17 नवंबर, 2021 को नीति लागू की, लेकिन भ्रष्टाचार के आरोपों के बीच सितंबर 2022 के अंत में इसे रद्द कर दिया।
पार्टी ने की रात में ही सुनवाई की मांग
आम आदमी पार्टी ने SC में आज रात केजरीवाल की याचिका पर सुनवाई की मांग की थी लेकिन वेकेशन ऑफिसर ने बताया कि केजरीवाल के वकीलों ने अभी फोन किया था। CJI ऑफिस से बात कर उन्हें सूचित कर दिया गया है कि आज रात सुनवाई नहीं होगी। उनकी रात ईडी दफ्तर में ही कटेगी।