बारबोडोस के मर्चेंट नेवी शिप पर हाउती विद्रोहियों ने किया हमला
तीन क्रू मेेेंबर की जान गई, कैप्टन दीपक ने दिखाया अद्वितीय शौर्य
देहरादून। देहरादून के लाल कैप्टन दीपक शर्मा ने अपने क्रू मेम्बर की जान बचाने के लिए अपनी जान जोखिम में डाल दी। उन्होंने हाउती विद्रोहियों द्वारा मालवाहक जहाज ट्रू कांफिडेंस पर ड्रोन से मिसाइल से हमला कर दिया। बारबोडोस का ध्वज लगाए यह जहाज अदन की खाड़ी से गुजर रहा था। इस हमले के कारण जहाज में आग लग गयी। हमले में दो लोगों की मौके पर ही मौत हो गयी जबकि एक अन्य बुरी तरह से घायल हो गया।
23 सदस्यीय इस जहाज के कैप्टन इकलौते भारतीय दीपक शर्मा ने जान की परवाह न करते हुए घायल सदस्य को कंधों पर उठाकर उसे राहत नौका तक पहुंचाया। इसके अलावा चार अन्य घायलों को भी बचाव नाव तक पहुंचाया। इस बीच कैप्टन दीपक स्वयं ही आग से झुलस गये, लेकिन उन्होंने अपनी टीम के सदस्यों को राहत नौका तक उतारा। बाद में एक घायल की मौत हो गयी। हमले की जानकारी मिलने पर भारतीय नौसेना के जहाज आईएनएस कोलकत्ता ने इन सभी क्रू मेंबर्स को बचा लिया।
गौरतलब है कि दीपक शर्मा देहरादून के डिफेंस कालोनी में रहते हैं और वह पिछले 17 साल से मर्चेंट नेवी कंपनी में काम कर रहे हैं। उनके परिजनों का कहना है कि दीपक हमले में खुद घायल हो गये लेकिन उन्होंने अपने कर्तव्य का निर्वहन किया। इस जहाज पर वह इकलौते भारतीय थे। इस हमले में घायल दीपक और उनके साथियों का जिबोजी में इलाज चल रहा है। दीपक पदमश्री डा. माधुरी बड़थ्वाल के दामाद हैं।