ओवरथिंकिंग तब होती है, जब कोई व्यक्ति अपने अतीत की बातों को लेकर सोचता रहता है या भविष्य के बारे में खुद से कोई न कोई अनुमान लगाकर परेशान होता है।इससे दिमाग पर एक अजीब सा दबाव महसूस होता है और तनाव होने लगता है, जिसके परिणामस्वरूप निर्णय लेने में परेशानी होने से लेकर आत्म-संदेह हो सकता है।अगर आपको भी ज्यादा सोचने की आदत है तो आइए इस स्थिति को नियंत्रित करने के बताते हैं।
कल्पना करना छोड़ें
अतीत या भविष्य की किसी भी बात को लेकर कुछ भी कल्पना करना मतलब ओवर थिकिंग को बढ़ावा देना। इसलिए अगर आप ओवर थिकिंग की समस्या से राहत चाहते हैं तो कल्पना करना बिल्कुल छोड़ दें।कभी-कभी ज्यादा कल्पना करने से नकारात्मक सोच पैदा होने लगती है, जो कि स्वास्थ्य के लिए सही नहीं है।इसलिए बेहतर होगा अगर आप किसी भी कल्पना को अपने ऊपर हावी न होने दें।
मेडिटेशन करें
रोजाना कुछ मिनट मेडिटेशन करने से अत्यधिक सोचने से खुद को रोका जा सकता है।यह अभ्यास ग्राउंडिंग की भावना को बढ़ावा देता है, जिससे चिंता और तनाव के स्तर को नियंत्रित करने में मदद मिल सकती है।मेडिटेशन के दौरान माइंडफुलनेस तकनीकों को अपनाएं जैसे कि अपनी सांसों पर ध्यान क्रेंदित करना आदि।यहां जानिए तनाव को कम करने वाली प्रभावी मेडिटेशन एक्सरसाइज।
उपलब्धियों को करें याद
आपको अपनी असफलताओं की वजह से ओवरथिकिंग की समस्या हो सकती है।इससे बचने के लिए सबसे पहले अपनी निराशा को कम करने की कोशिश करें। इसके लिए आप अपनी उपलब्धियों को याद करते खुद से कह सकते हैं कि आप भी किसी से कम नहीं हैं।इसके अलावा अपनी कमजोरियों की बजाय अपनी ताकतों पर ध्यान दें। यकीन मानिए इससे आपकी ओवरथिकिंग की समस्या से काफी हद तक बच सकते हैं।
परिवार के साथ बिताए समय
ओवरथिकिंग से बचना चाहते हैं तो बेवजह खुद को एकांत का आदी न बनाएं।बेहतर होगा अगर आप अपने परिवार के सदस्यों या फिर दोस्तों से बात करते रहें, खासकर ऐसे व्यक्ति से जो आपको समझता हो क्योंकि किसी भी तरह की समस्या को कम करने का यह एक अच्छा तरीका है, न कि ओवरथिकिंग करना।अगर आप अपनों से बात करते रहेंगे तो इससे आपको काफी अच्छा भी लगेगा।
कुछ विचारों को नजरअंदाज करना सीखें
ओवरथिकिंग से परेशान होने की बजाय कुछ विचारों को नजरअंदाज करना सीखें। उदाहरण के लिए जब भी आपको लगे कि किसी बात से आप ओवरथिंकिंग की समस्या से घिर सकते हैं तो खुद का ध्यान कही और लगाएं।ओवरथिंकिंग से बचने के लिए आप लाइट म्यूजिक का सहारा भी ले सकते हैं या फिर अपना मनपसंद खाना खा कर खुद को बेहतर महसूस करा सकते हैं।