इंस्टेंट नूडल्स खाने में तो बड़ा मजा आता है क्योंकि यह रेडी टू ईट होता है। लेकिन क्या आपको पता है यह सेहत के लिए कितना ज्यादा नुकसानदायक है। दरअसल, इंस्टेंट नूडल्स पहले से पके हुए सूखे नूडल ब्लॉक होते हैं जो फ्लेवरिंग पाउडर डालकर उसे सीजनिंग ऑयल के साथ बेचा जाता है।
यह नूडल्स जल्दी से तैयार हो जाए इसलिए उसे खास तरीके से तैयार किया गया है. इसे ऐसे तैयार किया गया है ताकि कुछ मिनट आप गर्म पानी में इसे उबाले और यह तुरंत पक जाए। यह बेहद सुविधाजनक और सस्ते होते हैं. इंस्टेंट नूडल्स में हाई सोडियम होती है. साथ ही साथ इसमें सैचुरेड फैट और लो न्यूट्रिश वैल्यू के कारण इसे अनहेल्दी माना जाता है।
इंस्टेंट नूडल्स का सेहत पर बुरा प्रभाव
हाई सोडियम
इंस्टेंट नूडल्स का स्वाद बढ़ाने के साथ-साथ इसे काफी वक्त तक सुरक्षित रखने के लिए इसमें सोडियम मिलाया जाता है। इसमें सोडियम की ज्यादा मात्रा के कारण इसे खाने से हाई बीपी की समस्या भी हो सकती है. साथ ही साथ दिल की बीमारी, स्ट्रोक, किडनी की समस्या भी हो सकती है।
हाई सेचुरेड फैट
नूडल्स में हाई सेचुरेड फैट होता है। जिसके कारण उनका सैचुरेटेड फैट कंटेटं बढऩे लगता है। हाई सेचुरेटेड फैट खाने से एलडीएल कोलेस्ट्रॉल बढ़ जाता है. जो एथेरोस्क्लेरोसिस, हार्ट डिजीज और स्ट्रोक का कारण हो सकता है।
लो न्यूट्रिशन वैल्यू
इंस्टेंट नूडल्स में विटामिन, मिनरल फाइबर के साथ कई सारे जरूरी पोषक तत्व की कमी होती है। पोषक तत्व की कमी वाली डाइट के कारण इम्युनिटी कमजोर होने के साथ-साथ पाचन भी खराब होने लगती है।
दिल की बीमारी का बढ़ता है खतरा
इंस्टेंट नूडल्स में हाई सोडियम, सेचुरेटेड फैट और लो न्यूट्रिशन कंटेंट के कॉम्बिनेशन के कारण हार्ट हेल्थ पर काफी ज्यादा बुरा असर पड़ता है. इसे आप अगर लगातार खाते हैं तो इससे हाई बीपी, हाई कोलेस्ट्रॉल, हार्ट अटैक और स्ट्रोक जैसी गंभीर बीमारी का कारण हो सकता है।
मेटाबोलिक सिंड्रोम का जोखिम
हाई सोडियम, अनहेल्दी फैट और कम पोषक तत्व वाले खाना खाने से मेटाबोलिक सिंड्रोम की दिक्कत होती है. मेटाबोलिक सिंड्रोम के कारण हाई ब्लड प्रेशर, हाई ब्लड शुगर लेवल, कमर के आसपास एक्सट्रा फैट और चर्बी जमने की समस्या होने लगती है. यह एक ऐसी जो दिल की बीमारी, स्ट्रोक और डायबिटीज का जोखिम बढ़ाती है।
वजन बढऩे की समस्या
इंस्टेंट नूडल्स में काफी ज्यादा कैलोरी होते हैं. यह बिना पेट भरे वजन और मोटापा बढ़ाने में योगदान देती है. मोटापा के कारण कई सारी बीमारियों का जोखिम बढ़ता है।